टोक्यो ओलम्पिक में पीवी सिंधु की धमाकेदार जीत, पहली बार राउंड में हारी सानिया-अंकिता की जोड़ी

टोक्यो ओलिंपिक्स के तीसरे दिन भारत की शुरुआत मिलीजुली रही। 10 मीटर एयर पिस्टल में मनु और यशस्विनी, दोनों ही फाइनल की दौड़ से बाहर हो गईं। मनु 575 अंकों के साथ 12वें जबकि यशस्विनी 574 अंकों के साथ 13वें स्थान पर रहीं। इस तरह दोनों खिलाड़ी पदक की रेस से बाहर हो गए। वहीं पीवी सिंधु ने जीत के साथ शुरुआत की। उन्होंने इजराइल की केस्नेनिया पोलिकारपोवा को हराया। शुरू में पोलिकारपोवा ने 3-1 की बढ़त लेने ली थी, लेकिन 5-5 से लगातार 12 अंक जीते। उन्होंने इस ग्रुप मैच को केवल 29 मिनट में 21-7, 21-10 से जीत लिया। बता दें, Tokyo Olympics 2020 के पहले दिन 49 किलो ग्राम वेटलिफ्टिंग में भारत की मीराबाई चानू ने सिल्वर मेडल जीतकर खाता खोल दिया है। आज भारत को अपने दूसरे मेडल की उम्मीद है। टेनिस महिला युगल में बड़ी निराशा साथ लगी है। सानिया मिर्जा और अंकिता रैना पहले दौर में बाहर हो गई हैं। दोनों ने शुरुआत अच्छी की और पहला सेट 6-0 से जीता। दूसरे सेट और मैच के लिए 5-3 पर सर्विस कर रही थीं, लेकिन यूक्रेन की ल्यूडमिला और नादिया किचेनोक ने अपनी लय हासिल कर ली और तीसरा सेट टाई-ब्रेकर के लिए मजबूर कर दिया। आखिर में यूक्रेन की जोड़ी ने मैच को 6-0, 6-7(0), 8-10 से जीत लिया।

क्या मनु भाकर की पिस्तौर के साथ हुई छेड़छाड़: मनु भाकर की पिस्तौल के इलेक्ट्रॉनिक ट्रिगर में सर्किट में खराबी आ गई थी। इससे पहले तक वे शानदार प्रदर्शन कर रही थीं। फाइनल में पहुंचने से वे सिर्फ 2 पॉइंट से पिछड़ गईं। पिस्तौल खराब होने से उनका 5 मिनट से भी ज्यादा का वक्त खराब हुआ। जब वे लौटीं तो दबाव साफ झलक रहा था। यही कारण रहा कि वे फाइनल की रेस से बाहर हो गईं।

आज मैरी कॉम का मुकाबला: छह बार की विश्व चैम्पियन एम.सी. मैरी कॉम महिला फ्लाईवेट वर्ग (51) में भारत की चुनौती का नेतृत्व करेंगी। 38 वर्षीय मैरी कॉम 2012 के लंदन खेलों में कांस्य जीतने के बाद दूसरा ओलंपिक पदक जीतने की कोशिश करेंगी।