7.12 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट प्रस्ताव ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 से पहले रोड-शो के बाद मिले

UP में आने के लिए 7.12 लाख करोड़ के नए प्रोजेक्ट तैयार हैं। जाहिर है कि इनके जरिए नई जॉब्स भी मिल सकेंगी। ये सब संभव हो सका है, टीम-यूपी के 16 देशों के दौरे के बाद। अब 16 देश यूपी में निवेश करने के लिए तैयार हैं। अकेले यूनाइटेड किंगडम, युनाइटेड एस्टेट ऑफ अमेरिका से 4 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।

हाल में सीएम योगी का संदेश लेकर उद्यमियों, कंपनियों और संस्थाओं को निवेश का न्योता देने के लिए विदेश दौरे पर गई ‘टीम यूपी’ वापस लौट आई है। 10 से 12 फरवरी 2023 को लखनऊ में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले 16 देशों के 21 शहरों में आयोजित इन्वेस्टर्स रोड शो में राज्य के मंत्रियों ने शिरकत की।
इस दौरे के बाद मंत्रियों के समूह ने सीएम योगी के साथ अपने अनुभव शेयर किए और निवेश प्रस्ताव की जानकारी दी। सीएम योगी ने मंत्रिमंडल के सदस्यों और शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की। सीएम योगी ने कहा,’ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले दुनिया भर के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश का आमंत्रण देने की हमारी कार्ययोजना सफल रही है।
सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, इस दौरान 149 एमओयू साइन किए गए हैं। बताया जा रहा है कि इससे 7,02,415 लोगों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे। सीएम योगी ने बैठक में कहा कि 15 जनवरी के बाद एक बार फिर कुछ देशों की यात्रा की जाएगी। सीएम योगी ने कहा, ‘विदेश में रोड शो की इस सफलता से यह सुनिश्चित हो गया है कि उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 ऐतिहासिक होने जा रहा है। व्यापक निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा।’

सीएम योगी ने बताया कि निवेश को लेकर हर देश के लिए अलग डेस्क तैयार किया जाएगा ताकि संबंधित देशों से संवाद बनाया जा सके।
सरकार की तरफ से बताया गया है कि विदेश में जी2जी और बी2जी बैठकों के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नोएडा, ग्रेटर नोएडा के अलावा गोरखपुर, काशी, प्रयागराज, अलीगढ़, लखनऊ और कानपुर में निवेश की इच्छा जताई गई है।
साथ ही, हॉस्पिटैलिटी, फूड प्रोसेसिंग, ड्रग्स-फार्मा, मेडिकल डिवाइस, केमिकल, टूरिज्म, लॉजिस्टिक्स-वेयरहाउसिंग, ग्रीन हाइड्रोजन, ईवी बैटरी विनिर्माण, एमएसएमई, दुग्ध, शिक्षा, डिफेंस एंड एयरोस्पेस, सेमीकंडक्टर, ड्रोन विनिर्माण, कृषि, टेक्सटाइल, स्टील मैन्युफैक्चरिंग, हार्टिकल्चर, वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट, डेटा सेंटर, रिवर बेसिन मैनेजमेंट आदि सेक्टर में निवेश के लिए विभिन्न औद्योगिक समूहों ने अपने निवेश के प्रस्ताव दिए हैं।
कनाडा-यूएसए दौरे पर गए समूह की ओर से कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि यूपी को सबसे बड़ा फायदा मुख्यमंत्री की निजी छवि से मिल रहा है। विदेश में लोगों के मन में मुख्यमंत्री की कार्य शैली, विजन के प्रति बड़ा आदर है। निवेशक यहां की सुरक्षा व्यवस्था, निवेश अनुकूल माहौल से काफी प्रभावित हैं।
नीदरलैंड और फ्रांस दौरे से लौटने के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि दोनों देशों में निवेशकों के मन में भारत के प्रति बड़ा विश्वास है और भारत में उनकी प्राथमिकता उत्तर प्रदेश है। नीदरलैंड में एक बड़ी आबादी पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासियों की है। यह लोग डेढ़ शताब्दी पहले गिरमिटिया मजदूर के रूप में सूरीनाम पहुंचे थे और आज नीदरलैंड में हैं।
ऑस्ट्रेलिया व सिंगापुर से लौटे समूह की ओर से मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि रोड शो के दौरान हुई सकारात्मक वार्ता में नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की तस्वीर से सभी निवेशक प्रभावित दिखे। सुरक्षा और सहूलियत के आश्वासन के साथ विभिन्न प्रोजेक्ट पर वार्ता हुईं। स्थानीय प्रवासी भारतीय समूहों से भी संवाद हुआ।
यूएसए और यूके के तीन शहरों के भ्रमण से लौटे मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि इन बड़े देशों में उत्तर प्रदेश की बदलती परिस्थितियां निवेशकों के लिए चर्चा का विषय है। उन्होंने कहा कि हिंदुजा ग्रुप और रॉल्स रॉयस से बड़े निवेश के लिए चर्चा हुई है। लंदन में हीरानंदानी समूह ने यूपी के साथ अपने अच्छे अनुभव को साझा किए। सैन फ्रांसिस्को से सलोनी हर्ट फाउंडेशन ने एसजीपीजीआई लखनऊ को ₹415 करोड़ का सीएसआर अनुदान देने का निर्णय लिया है। इसी तरह, जियो थर्मल पॉवर तकनीक के लिए ₹41000 करोड़ के निवेश का एमओयू हुआ है। सिफी इंटरनेशनल 8300 करोड़ का निवेश करेगी। इसी तरह, हेल्थ एटीएम निर्माण में ₹1000 करोड़ सहित नवीकरणीय ऊर्जा, होटल/हॉस्पिटैलिटी, स्किल डिवेलपमेंट, लॉजिस्टिक्स, आईटी/आईटीईएस जैसे सेक्टर में कई बड़ी कंपनियों ने निवेश का प्रस्ताव रखा है।
दक्षिण कोरिया और जापान दौरे से लौटे समूह की ओर से मंत्री जयवीर सिंह और मंत्री आशीष पटेल ने बताया कि इन देशों की ज्यादातर तकनीकी कंपनियां दक्षिण भारत में निवेश करती रही हैं। उत्तर प्रदेश की टीम से मिलना, उनका पहला अनुभव था। भारी निवेश का रास्ता साफ हुआ है।
जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन से लौटे मंत्री समूह की ओर से नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने बताया कि उत्तर प्रदेश की टीम के इस तरह वैश्विक दौरे पर पहली बार गई थी, निवेशकों के लिए यह बड़ा उत्साहवर्धक रहा। हमें ऐसे दौरे नियमित अंतराल पर करने चाहिए। उन्होंने अपने दौरों के दिवसवार विवरण से अवगत कराया।
मैक्सिको, ब्राजील और अर्जेंटीना के दौरे से लौटे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और संजय निषाद ने बताया कि तीनों ही देशों में यूपी को लेकर उत्साह जनक माहौल है। मैक्सिको से फ़ूड प्रोसेसिंग और एग्रो और डेयरी सेक्टर में बड़ी संभावनाएं हैं। ज़ेबू एम्ब्रियो कम्पनी ने मथुरा में कृषि विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुकता जताई है। वहीं ब्राजील में रक्षा क्षेत्र की अनेक कंपनियों के साथ सुखद वार्ता हुई।