चौथे चरण का मतदान पूरा हुआ और लोकसभा चुनाव-2019 में पांचवें चरण में प्रवेश कर गया। मुद्दों से हटकर भाजपा ने मतदाता के राष्ट्रवाद, आतंकवाद पर परसेप्शन(धारणा) को हथियार बनाया है। भाजपा के आईटी सेल के सूत्र की माने तो सोशल मीडिया से लेकर चुनाव मैदान तक यही लड़ाई है। इसमें भाजपा सफल हो रही है। कांग्रेस पार्टी के आईटी सेल में महत्वपूर्ण देने वाले रोहन गुप्ता का कहना है कि यह भाजपा का भ्रम है। जनता खामोश है और वह नकारात्मक राजनीति से चिढ़ रही है। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस जनता की नब्ज टटोलकर प्रियंका गांधी वाड्रा के सहारे सकारात्मक राजनीति की छाप छोड़ रही है। इसका फायदा होगा।हालांकि भाजपा और कांग्रेस दोनों का चुनाव प्रचार आक्रामक तरीके से चल रहा है। दोनों पार्टी दो-दो प्रमुख स्टार प्रचारकों पर निर्भर है। भाजपा की निर्भरता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और शाह पर है तो कांग्रेस की निर्भरता कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर है। प्रियंका जहां जा रही हैं, वहां लोगों की भीड़ ही भीड़ है। यह बात अलग है कि इनमें से कितना वोट में तब्दील हो सकेगी।
नहीं उठाए बनावटी मुद्दे
रोहन गुप्ता ने कहा कि भाजपा ने देश में बनावटी, फिल्म रिलीज कराने से लेकर छवि खराब करने के तमाम तरीकों का इस्तेमाल किया। भाजपा का मुख्य फोकस प्रधानमंत्री और उसके बाद भाजपा अध्यक्ष की छवि तक सीमित रहा। कांग्रेस पार्टी के एक अन्य सूत्र का कहना है कि भोपाल में प्रज्ञा सिंह ठाकुर, बनारस में प्रधानमंत्री का लाइफ स्टाइल जनता के सामने आना, जाति से लेकर अन्य मुद्दे उठाना सब चल रहा है। कांग्रेस इस तरह की राजनीति में भरोसा नहीं रखती। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इसके समानांतर लगातार गरीबी, बेरोजगारी, किसानों की खराब हालत का मुद्दा उठा रहे हैं। प्रियंका गांधी पूरी तरह से सकारात्मक राजनीति करते हुए जरूरी मुद्दे उठा रही हैं।
हमें नहीं पता मोदी किस जाति के हैं
गुरुद्वारा रकाबगंज के पास के दफ्तर में लगातार सक्रिय सूत्र की माने तो प्रियंका के एक वक्तव्य ने धमाल मचा दिया है। सोशल मीडिया से लेकर मीडिया में भी खूब चल रहा है। प्रियंका गांधी ने संवादाता के सवाल पर दो टूक कहा कि कांग्रेस को प्रधानमंत्री मोदी की जाति का पता नहीं है। प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस ने यह जानने की कोशिश भी नहीं की। यह कांग्रेस की राजनीति का विषय नहीं है। कांग्रेस जाति की राजनीति नहीं करती। बल्कि पार्टी किसानों की समस्या, बेरोजगारी, युवाओं की बदहाली और विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है।
कांग्रेस के अन्य चुनाव रणनीतिकार प्रोफेशनल का कहना है कि प्रियंका स्मृति ईरानी पर हमला बोला तो भाजपा की बौखलाहट साफ नजर आई। प्रियंका गांधी ने इस बयान में कहा था कि स्मृति ईरानी 2014 के चुनाव बाद कोई 16 बार अमेठी आई। वह हर बार आती हैं, जूते, चप्पल और कुछ कपड़े बांटकर चली जाती हैं। प्रियंका ने सवाल उठाया कि क्या अमेठी की जनता भिखारी है?