भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि आपकी तन्द्रा भी अपने भाई राहुल गांधी की तरह देर से टूटी है, आज जिनको आप भाजपा का अघोषित प्रवक्ता कह रहे हो, जब इन्हीं प्रवक्ताओं के हाथी की सवारी करके जुगाड़ की सरकार बना रहे थे, तब तो आपने ट्वीट नहीं किया। आज ये आपको भाजपा के प्रवक्ता लगने लगे है। लोकतंत्र और संविधान की हत्या का आरोप लगाने से पहले अपने परिवार का लोकतंत्र को कुचलने का इतिहास भी पढ़ लेते।
कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधते हुए डाॅ. पूनियां ने ट्वीट कर कहा, ‘वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती, हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम’। लोकतंत्र और संविधान की हत्या का कलंक आपातकाल और उसके भी पहले के जमाने से आपके परिवार और पार्टी के ऊपर ही है, अनुच्छेद 356 का सर्वाधिक दुरूपयोग कर चुनी हुई सरकारों को गिराने का रिकाॅर्ड भी आपके खाते में ही है, आपको अपना समय अपने घर को सम्भालने में लगाना चाहिए, ना कि बेवजह दूसरी पार्टियों के माथे अपना झगड़ा मढ़ने में।
डाॅ. पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्ष 2008 व 2018 में बसपा विधायकों का कांग्रेस में विलय कर अशोक गहलोत ने मैंडेट प्राप्त किया था। इस तरह बसपा एवं छोटे दलों को मैनेज करने का मैनेजमेंट कांग्रेस और गहलोत की कार्यशैली में स्पष्ट नजर आता है। यह पूरे देश एवं प्रदेश की जनता ने देखा है कि किस तरीके से बीटीपी का एक विधायक सरकार को कोसते हुए वीडियो जारी करता है और दूसरे-तीसरे दिन इनके दबाव में आकर इनके बाड़े में से प्रेस को सम्बोधित करते हुए सच्चाई बयान करने लगता है और किस तरह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकारी भरी प्रेस कांंफ्रेंस में उसके कान में आकर कुछ कहता है और विधायक का बयान बदल जाता है।
इतना बड़ा हृदय परिवर्तन अशोक गहलोत की जादूगरी से तो नहीं हो सकता, कोई ना कोई कारण है, जिसका इस्तेमाल अशोक गहलोत अपनी सरकार बचाने में कर रहे हैं। डाॅ. पूनियां ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। बजरी माफिया आये दिन पुलिसकर्मियों और आमजन पर हमले कर रहे हैं। हत्या, लूट, डकैती, दुष्कर्म जैसे संगीन अपराध प्रदेश में बढ़ रहे हैं, अपराधी बेलगाम है और प्रदेशवासी खुद को डरा हुआ महसूस कर रहे हैं। अपराध की वारदातों को रोकने में मुख्यमंत्री विफल हैं, जो स्वयं प्रदेश के गृहमंत्री भी हैं। पूरी सरकार अपराधियों एवं बजरी माफियाओं के सामने घुटने टेक चुकी है।