प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्ष 2022 में पहली बार विदेश दौरे पर निकल रहे हैं। प्रधानमंत्री दो से चार मई, 2022 तक फ्रांस, जर्मनी और डेनमार्क की यात्रा पर जा रहे हैं। इस तरह से तीन दिनों में तीन देशों की यात्रा करेंगे और इस दौरान सात देशों के प्रमुखों से विमर्श करेंगे। यात्रा में सबसे पहले मोदी जर्मनी जाएंगे जहां वो जर्मनी के नए चांसलर ओल्फ शोल्ज के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे
मोदी-शोल्ज संयुक्त तौर पर भारत-जर्मनी इंटर गर्वमेंटल कंसल्टेशंस (आइजीसी) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। चांसलर शोल्ज के साथ पीएम मोदी की यह पहली बैठक होगी। वर्ष 2000 से भारत और जर्मनी के रणनीतिक साझेदारी है जो लगातार मजबूत हो रही है। यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद दोनों देशों के रिश्तों में और प्रगाढ़ता आने की बात कही जा रही है।
जर्मनी के बाद पीएम मोदी डेनमार्क जाएंगे। वहां उनकी डेनमार्क के पीएम मेट फ्रेडेरिकसन के साथ द्विपक्षीय मुलाकात होगी। इसके बाद मोदी नोर्डिक देशों के समूह के साथ भारत की शीर्ष बैठक में हिस्सा लेंगे। इस समूह में डेनमार्क के अलावा स्वीडन, फिनलैंड, नार्वे और आइसलैंड शामिल हैं। नार्डिक देशों के साथ भारत ने विशेष सम्मेलन का शुभारंभ वर्ष 2018 में किया था।
आगामी बैठक में कोरोना महामारी के बाद आर्थिक रिकवरी, स्वच्छ ऊर्जा, पर्यावरण सुरक्षा मुख्य तौर पर हिस्सा होंगे। वहां से लौटते हुए चार मई, 2022 में पीएम मोदी पेरिस जाएंगे। वैसे पीएम मोदी की इस यात्रा की योजना पहले बन गई थी लेकिन राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रा के चुनाव जीतने के बाद इसकी अहमियत बढ़ गई है। दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद मैक्रा से मुलाकात करने वाले पीएम मोदी पहले वैश्विक नेता होंगे। यह मुलाकात भारत और फ्रांस के बीच मजबूत हो रहे द्विपक्षीय रिश्तों को बयां करेगी।