बीसीसीआइ कोरोना से बेहाल घरेलू क्रिकेटरों के लिए खजाना खोलने की तैयारी में है। बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, सचिव जय शाह और कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने मुंबई में दो दिन तक मैराथन बैठकें कीं और उसमें यह तय किया गया कि घरेलू क्रिकेटर को नई ऊर्जा देने के लिए फीस बढ़ाई जाएगी।
बीसीसीआइ पदाधिकारी के अनुसार अभी एक प्रस्ताव आया है जिस पर सहमति मिलने के पूरे आसार हैं। पदाधिकारी ने कहा कि पिछला घरेलू सत्र खराब हो गया। उसके लिए मुआवजा देने पर तो हम लोग काम कर ही रहे हैं। उस पर समिति तय करेगी कि कैसे मुआवजा दिया जाएगा। इसके अलावा हमने 2021-22 सत्र के लिए भी योजना बनाई। इसमें घरेलू क्रिकेट में सीनियर पुरुष टीम (रणजी, विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली ट्राफी) की फीस बढ़ाने का प्रस्ताव आया है।
प्रस्ताव में कहा गया है कि जिन खिलाड़ियों ने 20 या उससे ज्यादा मैच खेले हैं, उन्हें अगले सत्र से 35 की जगह 60,000 रुपये प्रति दिन मिलेंगे जबकि 20 से कम मैच खेलने वाले खिलाडि़यों को 45,000 रुपये प्रति दिन मिलेंगे। ऐसा पहली बार होगा जब घरेलू पुरुष टीम के खिलाडि़यों मैच खेलने के आधार पर फीस मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इससे घरेलू क्रिकेटरों का काफी फायदा होगा। जल्द ही इस प्रस्ताव पर मुहर लगने की संभावना है। अभी पुरुष खिलाड़ियों को प्रति दिन 35,000 रुपये मैच फीस मिलती है। उन्होंने कहा कि जैसे अगले सत्र के टूर्नामेंट शुरू होने से पहले किसी के 18 मैच हैं। तो जैसे ही उसके 20 मैच हो जाते हैं उस खिलाड़ी को 60,000 रुपये प्रति दिन मैच फीस मिलने लगेगी।