वीर अब्दुल हमीद ने जिन सात पैटर्न टैंकों को तोड़ा था, उसमें से एक टैंक ओल्ड कैंट में रखा गया है। इस वीरता की गाथा को पीढ़ी दर पीढ़ी दोहराया जाता रहे, इसके लिए वीर अब्दुल हमीद केपराक्रम को संगम के शहर में हमेशा के लिए यादगार बनाने की योजना नगर निगम ने तैयार की है।
परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद।
परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद।
कलिंदीपुरम के सैनिक तिराहे को परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद का नाम दिया जाएगा। नगर निगम ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत वीर नायक की स्मृतियों को हमेशा के लिए संजोने का निर्णय लिया है। नगर निगम की नामकरण समिति की संस्तुति के आधार पर इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई है। 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान वीर अब्दुल हमीद ने अपराजेय माने जाने वाले सात पैटर्न टैंक को उड़ा दिया वीर अब्दुल हमीद ने जिन सात पैटर्न टैंकों को तोड़ा था, उसमें से एक टैंक ओल्ड कैंट में रखा गया है। इस वीरता की गाथा को पीढ़ी दर पीढ़ी दोहराया जाता रहे, इसके लिए वीर अब्दुल हमीद केपराक्रम को संगम के शहर में हमेशा के लिए यादगार बनाने की योजना नगर निगम ने तैयार की है। हालांकि यह प्रस्ताव सैनिक कॉलोनी में रहने वाले गाजीपुर जिले के वीर अब्दुल हमीद के गांव धामपुर के निवासी कुछ पूर्व सैनिकों ने दिया था। यहां के सेवानिवृत्त सैनिकों ने बीती छह मई को नगर निगम की महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी को पत्र लिखकर सैनिक तिराहे को वीर अब्दुल हमीद का नाम दिए जाने का आग्रह किया।
महापौर को भेजे पत्र में सेवा निवृत्त सैनिक अमर सिंह, सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर मोहम्मद शाहिद उस्मानी, सूबेदार श्याम सुंदर सिंह पटेल, आनरेरी लेफ्टिनेंट राम प्रकाश मौर्य, नरोत्तम तिवारी ने अपने पत्र में कहा है कि कॉलोनी के दक्षिण में भारती थल सेना की ओर से पांच एकड़ भूमि अधिग्रहीत की गई है। इसे सैनिकों को आवंटित किया जाना है। ऐसे में इत तिराहे का नामकरण वीर अब्दुल हमीद के नाम पर किया जाना चाहिए।
पूर्व सैनिकों का कहना है कि इस तिराहे का नामकरण वीर अब्दुल हमीद के नाम पर किए जाने से यहां के युवाओं में सेना के प्रति आकर्षण बढ़ेगा और वह सैन्य सेवा के लिए प्रोत्साहित हो सकेंगे। इसके अलावा प्रतिवर्ष 10 सितंबर को परमवीर चक्र विजेता के नाम पर शहीद दिवस भी उसी तिराहे पर मनाया जा सकेगा। पूर्व सैनिकों के इस पत्र के आधार पर नगर निगम की नामकरण समिति के अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने इस प्रस्ताव को नगर निगम सदन के समक्ष प्रस्तुत किया था।
वीर अब्दुल हमीद के बारे में
ग्रेनेडियर्स रेजीमेंट में भर्ती हुए वीर अब्दुल हमीद की तैनाती 4-ग्रेनेडियर्स बटालियन में हुई थी। 1965 के भारत-पाक युद्ध में इस बटालियन को पाकिस्तान आर्मर्ड डिवीजन से मुकाबला करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सैनिक कॉलेनी में रहने वाले सेवानिवृत्त आनरेरी लेफ्टीनेंट मोहम्मद शाहिद उस्मानी बताते हैं कि चार सितंबर को यह बटालियन खेमकरन सेक्टर में दाखिल हुई। छह सितंबर को इच्छोगिल नहर पर बने पन्नू नामक पुल पर कब्जा करने के दौरान पाकिस्तानी सेना ने अमेरिकन पैटर्न टैंक से हमला बोल दिया। तब वीर अब्दुल हमीद अग्रिम पंक्ति में अपनी गन माउंटेड जीप के साथ तैनात थे। उस दौरान उन्होंने अपनी आरसीएल गन से अकेले ही एक-एक कर सात पैटर्न टैंकों को उड़ा दिया था।
शहीद रोशन सिंह के नाम पर शिलापट लग कर रहेगा
नगर निगम के कार्यकारिणी उपाध्यक्ष अखिलेश सिंह ने रविवार को कहा कि शहीद ठाकुर रोशन सिंह के नाम पर अलोपीबाग फ्लाईओवर का नामकरण होकर रहेगा। इसके लिए हर स्तर पर संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शिलापट तैयार कराया जा रहा है। बाधाओं को दूर कराकर उसे जल्द ही फ्लाईओवर पर लगवा दिया जाएगा।