प्रयागराज-जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड, निर्माण कार्यों एवं विकास कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक सम्पन्न

जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड, निर्माण कार्यों एवं विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। जिलाधिकारी ने आगामी बैठक में सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहकर विभागीय योजनाओं की प्रगति से सम्बंधित आंकड़े प्रस्तुत करने के लिए कहा है। उन्होंने सभी विभागों को अपने विभागीय लक्ष्य को गुणवत्ता के साथ ससमय प्राप्त करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने सभी अधिकारियों को एक टीम भावना के साथ कार्य करते हुए प्रत्येक दिन कार्यालय में बैठकर जनता की शिकायतों/मांगो पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए कहा है। कहा कि आपके कार्यालय में यदि कोई भी व्यक्ति कोई शिकायत या मांग से सम्बंधित प्रत्यावेदन लेकर आता है, तो उसका परीक्षण करते हुए आप स्वयं अपने स्तर से मानीटरिंग कर सुचितापूर्ण ढंग से स्वयं अथवा अपने अधीनस्थों के माध्यम से समयबद्धता के साथ उचित कार्यवाही कराना सुनिश्चित करेंगे एवं प्रत्येक प्रत्यावेदन पर की गयी गुणवत्तापूर्ण निस्तारण की कार्यवाही से प्रत्यावेदक को अवगत कराते हुए स्वयं फीडबैक भी लेंगे।

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी अपने कार्यालय में 10 से 12 बजे के मध्य अवश्य ही जनसुनवाई करें और उसके पश्चात भी प्रत्यावेदन लेकर आने वाले सभी व्यक्तियों से अवश्य मिले तथा यदि कार्य तुरंत ही कराये जाने योग्य हो, तो अपने कार्यालय के सम्बंधित अधिकारी/कर्मचारी के माध्यम से प्रकरण का निस्तारण कराते हुए उन्हें संतुष्ट भी करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि आप सभी लोग अपने अधीनस्थ सभी कार्मिंकों से साथ बैठक कर कार्यों को सुचितापूर्ण ढंग से पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी ने प्रत्येक अधिकारी को क्षेत्र का भ्रमण कर अपने विभाग से सम्बंधित योजनाओं एवं लाभार्थिंयों का फीडबैक प्राप्त करते हुए कार्य को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयावधि में पूर्ण करायेंगे।
जिलाधिकारी ने आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों की समीक्षा करते हुए कहा कि आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायतों का निस्तारण शासन की मुख्य प्राथमिकता में हैं। जनपद की खराब रैंकिंग व असंतुष्ट फीडबैक की अधिक संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आप आईजीआरएस पोर्टल पर अपने विभाग से सम्बंधित शिकायतों का प्रतिदिन स्वयं समीक्षा और शिकायतकर्ता से स्वयं वार्ता करेंगे और यदि शिकायत उचित है, तो उसका समयबद्धता के साथ गुणवत्तापूर्ण निस्तारण भी कराया जाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि आपके अधीनस्थ कर्मचारी कार्यों में लापरवाही या शिथिलता बरतता है, तो उसके विरूद्ध कार्यवाही भी करें।
जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को उन्हें अपने कार्यालयों में आईजीआरएस फीडबैक रजिस्टर बनाये जाने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि आपके द्वारा स्वयं फीडबैक लेते हुए किन-किन शिकायतकर्ताओं से आपके द्वारा बात की गयी, उसका विवरण रजिस्टर में अंकित करायें, जिसका जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी या अन्य सक्षम अधिकारी के द्वारा समय-समय पर अवलोकन भी किया जायेगा।

जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित अधिकारियों को प्रत्येक माह 15 अलग-अलग स्थानों का फील्ड विजिट कर निर्माण कार्य एवं विकास कार्यों की गुणवत्ता की मानीटरिंग करने व निरीक्षण आख्या व फोटोग्राफ्स को जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी के माध्यम से प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी से प्रत्येक अधिकारी के द्वारा कितने निरीक्षण कब व कहां किए गए, के विवरण की सूची उपलब्ध कराये जाने के लिए निर्देशित किया है। जिलाधिकारी ने बैठक में मा0 जनप्रतिनिधियों के द्वारा उपलब्ध कराये गये प्रत्यावेदनों पर प्रभावी कार्यवाही करने के लिए कहा है। उन्होंने सभी अधिकारियों से महाकुम्भ के दृष्टिगत अपने कार्यालयों का सौन्दर्यीकरण, पेंटिंग व बेहतर साफ-सफाई एवं वेटिंग एरिया में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया है।

जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए बढ़े हुए विद्युत बिलों की शिकायत का शीघ्रता के साथ निस्तारण कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने ग्राम्य विकास की समीक्षा करते हुए कहा कि आवास किसी भी अपात्र व्यक्ति को न मिलने पाये और कोई भी पात्र व्यक्ति छूटने न पाये और यदि कोई भी दलाल सक्रिय हो, तो उसे विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के लिए कहा है। उन्होंने पशुधन की समीक्षा करते हुए सभी गौशालाओं में सर्दियों के दृष्टिगत कार्य योजना बनाने के लिए कहा है एवं खण्ड विकास अधिकारियों को गौशालाओं का औचक निरीक्षण कर वहां पर सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने पीडब्लूडी विभाग को गड्ढ़ा मुक्ति अभियान की प्रतिदिन की प्रगति से अवगत कराते हुए स्थान व गड्ढा मुक्ति से सम्बंधित फोटोग्राफ्स भी उपलब्ध कराये जाने के लिए कहा है।

जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी को 10 वर्ष से कम आयु के दिव्यांग बच्चों को चिन्हित किए जाने की कार्यवाही कराते हुए 1 सप्ताह के अंदर पहली करेक्टिव सर्जरी कराये जाने की व्यवस्था कराये जाने के लिए कहा है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आशु पाण्डेय, परियोजना निदेशक अशोक कुमार मौर्या सहित सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

द दस्तक 24
प्रभारी पत्रकार तहसील कोरांव प्रयागराज उमाशंकर कुशवाहा 7571974858

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