प्रयागराज स्वरूपरानी नेहरू हॉस्पिटल में 31 मई की रात एक युवती को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। उसकी आंत का ऑपरेशन हुआ था।और उसके सांथ आपरेशन थियेटर में डाक्टरों द्वारा सामूहिक बलात्कार किया गया था गैंगरेप की शिकार हुई युवती ने डॉक्टर्स पर गंभीर आरोप लगाए थे उसकी मौत हो गई पीड़िता की मौत एक बड़ी साजिश है। एक हफ्ते बाद भी पुलिस ने इस मामले में एफआईआर नहीं दर्ज की। ये बेटी के साथ अन्याय है। पीड़िता ने लिखकर बताया था कि डॉक्टर अच्छे नहीं हैं, मेरे साथ गंदा काम किया। सूत्रों द्वारा जानकारी के अनुसार पीड़िता मिर्जापुर से प्रयागराज के स्वरुपरानी नेहरू अस्पताल में इलाज कराने आई थी। आंत के ऑपरेशन के बाद लौटी युवती अचेत लग रही थी और कुछ कहना भी चाह रही थी। युवती को जब उसके भाई ने पेन और कागज दिया तो उसने कंपकंपाते हाथों से लिखा कि डॉक्टर अच्छे नहीं हैं। सब मिले हैं। कोई इलाज नहीं किया और मेरे साथ गंदा काम किया बताया जा रहा है कि पीड़ित मिर्जापुर की रहने वाली है। उसे 31 मई की रात गंभीर हालत में स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसकी आंत का ऑपरेशन किया गया था। देर रात जब उसको वार्ड में छोड़ा गया तो वह कुछ कहना चाह रही थी, लेकिन बोल नहीं सकी। जब उसे कागज दिया गया तो उसने लिखकर बताया कि चार लोगों ने उसके साथ रेप किया है। मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नही हुई है। डॉक्टर्स की एक कमेटी ने जांच के बाद रेप के आरोपों को खारिज कर दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गलतफहमी के चलते ये आरोप लगाया गया है। ये मेडिकल रिपोर्ट पुलिस को भी जांच टीम ने सौंप दी है। हॉस्पिटल प्रशासन पहले ही आरोपों को सिरे से खारिज कर चुका है। प्रिंसिपल डॉ. एसपी सिंह का कहना है कि युवती के ऑपरेशन में 8 लोगों की ड्यूटी लगी थी। इसमें 5 लेडी स्टाफ शामिल थीं। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रयागराज सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी के अनुसार मामले मे एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है।
द दस्तक 24
प्रभारी पत्रकार तहसील कोरांव प्रयागराज उमाशंकर कुशवाहा
7571974858