उप कृषि निदेशक, प्रयागराज द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कृषक उत्पादक संगठन, कृषि में वित्तीय समावेश, फसल बीमा, किसान क्रेडिट कार्ड फसली ऋण, नाबार्ड एवं बैंकों की योजनाओं से लाभ एवं फायदे के बारे में विस्तृत चर्चा की गयी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ लेने के लिये किसान अपनी फसल का बीमा अवश्य करायें जिससे प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली फसल क्षति की भरपाई हो सके
तकनीकी सत्र में डा0 मदनसेन सिंह, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक शुआट्स नैनी प्रयागराज द्वारा उत्पादन तथा उत्पादकता बढ़ाने पर विस्तुत चर्चा करते हुए बताया गया कि सबसे पहले अपनी जमीन को स्वस्थ्य रखने के लिये मिट्टी की जांच कराना आवश्यक है। फसलों की अच्छी पैदावार के लिये जमीन में आर्गेनिक कार्बन की मात्रा 0.8 प्रतिशत होनी चाहिए जो कि अब घटकर 0.2 प्रतिशत तक आ चुका है। जायद की खेती के लिये अपने खेती की तैयारी शुरु कर दें, जिसमें उर्द एवं मूंग की खेती सिंचित जमीन में करके किसान अच्छा मुनाफा कमा सकता है। जिसके लिये किसान को गर्मी में किसान को अपने खेत की गहरी जुताई करनाी चाहिए जिससे भूमि में पर्याप्त हवा का प्रवाह, जल अवशोषण क्षमता सुनिश्चित की जा सके। जैविक कार्बन बढ़ाने के लिये खेत में हरी खाद, जैसे सनई, ढैंचा, सड़ी गोबर की खाद, नीम की खली, वर्मी कम्पोस्ट, आदि का प्रयोग करना चाहिए जिससे हमारी मिट्टी की जैविक कार्बन की मात्रा पर्याप्त रहेगी। गर्मी की जुताई पर चर्चा करते हुए इसके महत्व के बारे में बताया गया कि इस विधि का प्रयोग करने से मृदा में हानिकारक कीट नष्ट हो जाते हैं तथा जल धारण की क्षमता में वृद्धि हो जाती है जिसका सीधा प्रभाव फसल के उत्पादन पर पड़ता है। बीज शोधन पर चर्चा करते हुए कृषकों को जानकारी दी गयी कि किसी भी फसल के बीज की बुवाई बीज शोधन करने के पश्चात ही करना चाहिए, क्योंकि बीज शोधन से 15 से 20 प्रतिशत तक उत्पादन में वृद्धि हो सकती है। डा0 एम0पी0 सिंह वैज्ञानिक के0वी0के0 छाता प्रयागराज ने एफ0पी0ओ0 संवर्द्धन के बारे में जानकारी दी गयी कि एफ0पी0ओ0 संवर्द्धन की तीन अवस्थायें होती है गठन, विकास एवं स्थायित्व की अवस्था। विकास अस्थायित्व तब तक सम्भव नहीं है जब तक किसी संगठन के तत्व या लोग उसी दिशा में एकजुट होकर निर्णय की शक्ति एवं पूर्ण दक्षता के साथ अपने लक्ष्य की दिशा में सभी चुनौतियों का सामना करते हुए संघर्षरत रहे जब तक कि उस संगठन में लक्ष्य स्वरूप स्थायित्व न प्राप्त हो जाय।
मा0 विधायक सोरांव, श्रीमती गीता पासी जी, प्रयागराज द्वारा बताया गया कि किसान भाई बीज, दवा व कृषि से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां मेले के माध्यम से एकत्रित कर खेती से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करें। आदर्श कुमार, बैंक आफ बड़ौदा प्रयागराज द्वारा के0सी0सी0 एवं ट्रैक्टर लोन के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। किसानों को बैंक द्वारा संचालित वित्तीय सेवाओं के बारे में जानकारी दी गयी, जिसमें किसान क्रेडिट कार्ड के द्वारा फसल ऋण कैसे लिया जाय। इसके लिये न्यूनतम 5000 रुपये एवं अधिकतम जमीन के अधार पर ऋण लिया जा सकता है, जिसके लिये 160000 रुपये से कम पर कोई जमीन बंधक नहीं की जाती है उससे ऊपर ऋण लेने पर बैंक द्वारा जमीन बंधक रखनी पड़ती है। ऋण को समय से अदा कर देने पर बैंक द्वारा 3 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट प्रदान की जाती है। आकस्मिक दुर्घटना होने पर व्यक्ति को 50000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है जिसकी जानकारी किसानों को प्राप्त होना आवश्यक है। जिससे किसान आवश्यकता पड़ने पर इसका लाभ उठा सकते हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ लेने के लिये किसान अपनी फसल का बीमा अवश्य करायें जिससे प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली फसल क्षति की भरपाई हो सके।किसानों को तत्काल ऋण के रुप में किसान क्रेडिट कार्ड की कुल ऋण राशि का आधी राशि तत्काल प्राप्त कर सकते हैं। पशुपालन ऋण के लिये भी किसान उन्नत नस्ल के पशुओं के खरीदी के लिये ऋण बैंक से प्राप्त कर सकता है जिसके पास पूर्व में ही पशु उपलब्ध है वह किसान भी पशु ऋण के लिये बैंक में सम्पर्क कर सकता है। ट्रैक्टर लोन के बारे में बताया गया कि अब जिन किसानों के पास जमीन उपलब्ध नहीं है वह भी किसान ट्रैक्टर के लिये लोन ले सकता है।
रमेश चन्द्र सरोज, मुख्य प्रबंधक, बड़ौदा उ0प्र0 ग्रामीण बैंक प्रयागराज द्वारा वित्तीय साक्षरता एवं जरुरत की क्यों है तथा किसान अपनी अर्जित पंूजी से लाभांस कैसे प्राप्त करें जिसके उन्होंने विभिन्न योजनाएं म्युचुअल फण्ड, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, के लिये आवश्यक दस्तावेज एवं सतर्कता की जानकारी दी। किसानों के लिये प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना को भविष्य के लिये पेंशन योजना के रूप में बताया गया कि किसान या अन्य सभी वर्ग के लिये 18 से 70 वर्ष की उम्र तक मात्र 20 रुपये की बीमित राशि से 2 लाख का बीमा करा सकते हैं। इसी कड़ी में किसानों को साइबर अपराधों के बारे में जानकारी देते हुए सतर्कता बरतने का सुझाव दिया, जिसमें आवश्यक दश्तावेज ए0टी0एम0 पिन व गोपनीय जानकारी किसी स्थिति में अन्य को साझा न करने का सुझाव दिया तथा इसके लिये संबंधित बैंक से सम्पर्क कर पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड प्रयागराज द्वारा एफ0पी0ओ0 के गठन, संचालन तथा किसानों को एफ0पी0ओ0 से जुड़ने के बारे में विस्तृत चर्चा की गयी। इसमें एम0ओ0ए0 एवं ए0ओ0ए0 की जानकारी दी गयी एफ0पी0ओ0 में 25 लाख रुपये की सहायता 5 वर्ष के लिये प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये ए0पी0ओ0 में प्रशिक्षण इत्यादि के लिये दी जाती है जबकि इसके पश्चात् 18 लाख रुपये 03 साल के लिये प्रतिवर्ष 6 लाख रुपये प्रबंधक टीम के लिये उपलब्ध कराये जाते हैं, जिनमें बोर्ड के निदेशक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, इत्यादि के लिये उपलब्ध कराये जाते हैं। अनिल कुमार अग्रणी जिला प्रबंधक बैंक आफ बड़ौदा प्रयागराज द्वारा बताया गया कि किसान बैंक ऋण लेने के लिये अपने बनाये गये प्रोजेक्ट की पूर्ण जानकारी जैसे बाजार की उपलब्धता इत्यादि पूर्व में समुचित अध्ययन के पश्चात ही आये जिसमें आपको समझाने और समझने में आसानी हो।
प्रभाशंकर पाण्डेय, पूर्व विधायक प्रयागराज ने गौ आधारित एव जैविक खेती के बारे में विस्तृत चर्चा की गयी। जिसके अन्तर्गत देशी नस्ल की गायों पालने, मोटे अनाज, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के लाभ एवं उससे प्राप्त उत्पाद की गुणवत्ता उसकी महत्ता के बारे में कृषकों को समुचित जानकारी दी।
आज के कार्यक्रम में कृषि से संबंधित विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं द्वारा कृषकों की जानकारी के लिये 60 स्टाल लगाये गये तथा लगभग 1400 कृषकों द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक, प्रयागराज द्वारा श्रीमती गीता पासी, मा0 विधायक सोरांव, एवं प्रभा शंकर पाण्डेय पूर्व विधायक को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह् भेंट किया गया।
कार्यक्रम का संचालन इंदिरा कान्त पाण्डेय, पूर्व उप परियोजना निदेशक, आत्मा प्रयागराज द्वारा किया गया।
जिला कृषि रक्षा अधिकारी, प्रयागराज द्वारा उप कृषि निदेशक, प्रयागराज की अनुमति से कृषकों, अधिकारियों एवं मीडिया सेल को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की गयी।
द दस्तक 24
प्रभारी पत्रकार तहसील कोरांव प्रयागराज उमाशंकर कुशवाहा 7571974858