प्रकाश जावड़ेकर का बड़ा बयान: आत्मनिर्भर भारत दुनिया से देश को जोड़ने वाला नारा, इससे बढ़ेंगे रोजगार

आत्मनिर्भर भारत यह देश को सबसे अलग करने वाला नारा नहीं है बल्कि यह देश को अपने पैरों पर खड़ा करने वाला संकल्प है। यह संकल्प हमें बाकी दुनिया से और बेहतर तरीके से जोड़ेगा। यह बात वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कही है। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में स्नातक छात्रों की भूमिका पर तेलंगाना भाजपा द्वारा आयोजित सेमिनार में जावड़ेकर ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया से भारत में निवेश करने के लिए कहा है।

भारत में निर्माण करने के लिए कहा है। इसके बाद हम तैयार उत्पाद को गर्व से मेड इन इंडिया के टैग के साथ बेच सकेंगे। यह आत्मनिर्भर भारत की मूल सोच है। यह दुनिया से खुद को अलग करने वाली सोच नहीं है। भारत की सबसे अलग होने वाली सोच भी नहीं है। आत्मनिर्भर भारत अपने पैरों पर खड़ा भारत होगा, जिसमें आयात कम और निर्यात ज्यादा होगा।

इसमें तमाम रोजगार पैदा होंगे और विदेशी मुद्रा आएगी। जावडेकर ने कहा, सात साल की मोदी सरकार में किसी एक मंत्री पर भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा। हम सारे कार्य वही कर रहे हैं जो जनता के हित में हैं और जो हमसे लोग चाहते हैं। जबकि पूर्व की संप्रग सरकार के कार्यकालों में स्थिति इसके उलट थी। देश के भीतर भी शांति है और सात साल में किसी भी राज्य में बम विस्फोट होने की घटनाएं नहीं हुई हैं। समाज के हर वर्ग के फायदे के लिए योजनाएं लागू की गई हैं जिनसे लोगों का जीवन आसान हुआ है-सुविधाएं बढ़ी हैं। जावडेकर ने उम्मीद जताई की निकट भविष्य में पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ी कीमतें कम होंगी और लोगों को राहत मिलेगी।

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक
-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं
कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.
-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.

-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.

अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.
https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g
आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ