पोम्पियो का दावा- कोरोना वायरस का संबंध चीनी प्रयोगशालाओं से ही जुड़ा

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि चीन के वुहान शहर में पाए गए कोरोना वायरस का संबंध चीनी प्रयोगशालाओं से जुड़ा हो सकता है। पोम्पियो ने कहा, ”अमेरिकी सरकार के पास इस तथ्य पर भरोसे की पुख्ता वहज है क्योंकि वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में कई शोधकर्ता 2019 के अंत में कोरोना वायरस का पता चलने से पहले ही बीमार पड़ गए थे और उनमें मौसमी बीमारी तथा कोरोना संक्रमण दोनों के लक्षण पाए गए थे।

कोविड-19 और आम मौसमी बीमारियों दोनों के अनुरूप लक्षणों के साथ, सर्दियों के मौसम में 2019 में महामारी के पाया गया पहला यहीं पाया गया था। उन्होंने कहा , ” इस तथ्य से WIV के वरिष्ठ शोधकर्ता शी झेंगली के उस दावे की विश्वसनीयता पर सवाल उठता है कि संस्थान के कर्मचारियों और छात्रों में सार्स अथवा सार्स-कोव-2 से संबंधित वायरस के लक्षण नहीं पाये गये।

उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के विशेषज्ञों का अंतरराष्ट्रीय दल इस सप्ताह के शुरू में इस महामारी की मूल वजहों का अध्ययन करने के लिए वुहान पहुंचा है। इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कुछ आंकड़े साझा किये हैं और उम्मीद जतायी है कि डब्ल्यूएचओ चीन के अधिकारियों पर इस प्राणघातक विषाणु के बारे में अधिक जानकारी साझा करने के लिए दबाव डालेगा।

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं

-आप ये इसलिए पढ़ रहे हैं क्योंकि आप अच्छी, समझदार और निष्पक्ष पत्रकारिता की कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.

-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.

-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.

अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.
https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ

आदर्श कुमार