नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने सोमवार को कहा कि उनके भाई की मृत्यु की वजह से लोकसभा को पूरा दिन स्थगित किए जाने के स्थान पर दोपहर दो बजे तक के स्थगन के फैसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। बता दें कि रामविलास पासवान के छोटे भाई और सांसद राम चंद्र पासवान की सोमवार को मृत्यु हो गई थी। वह दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती थे। समस्तीपुर से लोकसभा सांसद रामचंद्र को 12 जुलाई को दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी।
पासवान ने यह बयान तब दिया जब विपक्ष ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने दोपहर दो बजे लोकसभा स्थगित करने के फैसले पर आपत्ति जताई। दरअसल, लोकसभा की परंपरा है कि यदि सदन का सत्र चालू है और किसी सदस्य की मृत्यु हो जाती है, तो पूरे दिन के लिए कार्रवाई स्थगित की जाती है। बता दें कि कांग्रेस नेता अधीर चौधरी ने लोकसभा में स्पीकर से अनुरोध किया था कि वो सदन को पूरे दिन के लिए स्थगित करने की परंपरा को समाप्त न करें।
केंद्रीय मंत्री पासवान ने ट्वीट किया, ‘मेरे प्यारे भाई स्वर्गीय रामचन्द्र पासवान के निधन पर सदन के प्रस्ताव के मुताबिक दो बजे तक के लिए लोकसभा को स्थगित किया जाना हमारे परिवार के प्रति सदन की संवेदना को व्यक्त करता है। सदन ने नई परम्परा शुरू की है, जिससे दो बजे के बाद सदन का कामकाज सुचारू रूप से चल सके।’ एक और ट्वीट में उन्होंने कहा कि रामचंद्र पासवान पिछड़े और कमजोर वर्ग के नेता और उनकी आवाज रहे हैं। उनकी मृत्यु पर किसी भी प्रकार की राजनीति न करें।