किसान आंदोलन पर रनौत की टिप्पणियों से असहमति जताते हुए भाजपा ने कहा कि अभिनेता से नेता बनीं कंगना रनौत नीतिगत मुद्दों पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं। भाजपा ने आगे कहा कि पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के साथ सामाजिक सद्भाव के सिद्धांतों का पालन करने के लिए दृढ़ संकल्प है। किसान आंदोलन पर रनौत की टिप्पणियों से असहमति जताते हुए भाजपा ने कहा कि अभिनेता से नेता बनीं कंगना रनौत नीतिगत मुद्दों पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं। भाजपा ने आगे कहा कि पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के साथ सामाजिक सद्भाव के सिद्धांतों का पालन करने के लिए दृढ़ संकल्प है। दरअसल, रविवार को मंडी के मौजूदा सांसद ने कहा था कि अगर सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए होते तो किसानों के विरोध प्रदर्शन से बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी। मंडी के सांसद द्वारा एक्स पर साझा किए गए एक वीडियो में, उन्होंने आरोप लगाया कि अब निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के दौरान ‘लाशें लटक रही थीं और बलात्कार हो रहे थे।’