दिल्ली में जलभराव के बाद राजनीति हुई गर्म, केजरीवाल सरकर को जिम्मेदार ठहराया

रविवार को 2 घंटे की बारिश में डूबती दिल्ली को देख राजनीतिक बयान बाजी तेज हो गई। बीजेपी की ओर से दिल्ली में हुए जलभराव के लिए जब केजरीवाल सरकार को जिम्मदेरा ठहराया गया तो आम आदमी पार्टी के विधायक राघटव चड्ढा ने कहा कि उनकी सरकार के आने के बाद से दिल्ली में हालात सुधरे हैं।

उन्होंने कहा कि आप सरकार के आने से पहले बारिश के हर मौसम में दिल्ली में जगह-जगह जलभराव होता था। पिछले 2 से 3 वर्षों से जलभराव की स्थिति में भारी सुधार दिखा है। मिंटो ब्रिज जहां पर है वह एनडीएमसी का इलाका है और एनडीएमसी केंद्र सरकार के अधीन आती है।

उन्होंने कहा कि हर साल मार्च-अप्रैल में दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले नालों की सफाई हम कराते थे और मुझे लगता है कि नगर निगम भी मार्च-अप्रैल में अपने क्षेत्र के नालों की सफाई कराने का प्रयास करता होगा। इस साल कोरोना के चलते बहुत से काम रुक गए या उनकी गति कम हो गई। इससे नालों की सफाई नहीं हो पाई।

जून में लॉकडाउन समाप्त हुआ और स्थिति कुछ सामान्य हुई लोग काम पर लौटे। इसके बाद दिल्ली सरकार ने नालों की सफाई शुरू की और मुझे लगता है कि बीजेपी शासित नगर निगम ने भी अपने अधीन आने वाले नालों की साफ-सफाई का प्रयास किया होगा। राघव चड्ढा ने कहा कि मिंटो ब्रिज जलभराव की सुबह जैसे ही तस्वीरें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया को मिली उन्होंने तत्काल उसके लिए काम शुरू करवाया।

वो लगातार निगरानी कर रहे हैं। वो इंजीनियर के संपर्क में है और पंपिंग मशीन भेजी गई हैं और अब मिंटो ब्रिज को साफ कर दिया गया है। वहां से सारा पानी बाहर निकाल दिया गया है। इस महामारी के काल में भी जहां हम काम कर रहे हैं वहीं बीजेपी नेता बयानबाजी कर रहे हैं। हम पर दोषारोपण, गलत टिप्पणी कर रहे हैं।