प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार बाल श्रम उन्मूलन के लिए संकल्पित है। बच्चों से बाल श्रम कराया जा रहा यह एक लोक कल्याणकारी सरकार के लिए चुनौती है तथा सभ्य समाज के लिए अभिशाप भी है। बाल श्रम मजदूरी पर रोक लगे, इसके लिए सभी को मिल-जुलकर सशक्त पहल करनी होगी। उन्होंने बाल श्रम उन्मूलन के लिए हाट, बाजार, गांव, शहर, कस्बों में जन जागरूकता अभियान चलाने के साथ ही बाल श्रमिकों के माता-पिता एवं नियोक्ता को भी जागरूक करने के निर्देश दिए।
श्रम मंत्री अपने 14 कालिदास मार्ग आवास में विभागीय अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इसमें सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि तथा बाल श्रम से पीड़ित बच्चे एवं उनका परिवार भी शामिल हुआ। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न जिलों से बालश्रम से मुक्त कराए गए बच्चों व उनके अभिभावकों से भी सीधे संवाद स्थापित कर योजनाओं का लाभ मिलने के बारे में जानकारी ली। उन्होंने श्रमिक परिवारों से अपील की कि वे अपने बच्चों को पढ़ाएं, बच्चों से मजदूरी ना कराएं। उन्होंनेे कहा कि श्रमिक परिवार इस नारे को चरितार्थ करने में सहयोगी बने कि ‘‘पढ़े बेटियां, बढ़े बेटियां‘‘ बेटियों को पढ़ाने में किसी भी प्रकार की रुकावट ना आने पाए। प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक बच्चों की पढ़ाई के लिए श्रम विभाग सहायता देता है। उन्होंने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि मन लगाकर खूब पढ़ाई करें।