महाराष्ट्र के गृह मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। इस सियासी उठापठक के बीच राकांपा नेता सुप्रिया सुले ने गुरुवार को कांग्रेस की अंतिरम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। सुले ने ट्वीट कर खुद इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा- बहुमूल्य मार्गदर्शन के लिए माननीय सोनिया गांधी जी आपका शुक्रिया। आपके साथ बात करके हमेशा अच्छा लगता है। यह मुलाकात ऐसे वक्त में हुई है जब भाजपा सूबे में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रही है।
दरअसल पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने पुलिस कर्मियों को हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करने को कहा था। परमबीर सिंह के महाराष्ट्र के गृह मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद महाविकास आघाडी सरकार मुश्किलों में घिर गई है। मौजूदा वक्त में शिवसेना, रांकापा और कांग्रेस महाविकास आघाडी सरकार का हिस्सा हैं। ऐसे में इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। भाजपा इस मसले को लेकर लगातार सवाल उठा रही है।
वहीं दूसरी ओर मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह (Parambir Singh) ने बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) में याचिका दाखिल कर स्थानांतरण को चुनौती दी है। साथ ही महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआइ जांच की भी मांग की है। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Parambir Singh) की याचिका पर उन्हें पहले हाईकोर्ट जाने का निर्देश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने परमबीर सिंह से यह भी सवाल किया था कि आपने याचिका में महाराष्ट्र के गृह मंत्री को पार्टी क्यों नहीं बनाया।
उधर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात किया था। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपते हुए राज्य के मुख्य सचिव से कानून व्यवस्था को लेकर स्थिति रिपोर्ट तलब करने की गुजारिश की थी। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कांग्रेस से सवाल किया था कि इस वसूली से उनको कितना हिस्सा मिला था।