अविश्वास प्रस्ताव पर 2 घंटे बोले PM; विपक्ष के वॉकआउट के बाद मणिपुर का जिक्र

विपक्ष मणिपुर हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री के बयान की मांग कर रहा था। इसलिए अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। हालांकि अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। करीब 6 हजार 4 सौ शब्दों की स्पीच में मोदी ने सबसे ज्यादा 50 बार कांग्रेस का नाम लिया। वहीं 18 बार मणिपुर कहा। उन्होंने एक बार भी राहुल और सोनिया का नाम नहीं लिया।

संसद में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर PM मोदी ने 2 घंटे 12 मिनट जवाब दिया। PM ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए हमेशा शुभ रहा है। ये इंडिया गठबंधन नहीं, घमंडिया गठबंधन है। स्पीच शुरू होने के 1 घंटा 32 मिनट बाद उन्होंने मणिपुर का जिक्र किया। इससे ठीक पहले ही विपक्षी सांसदों ने सदन से वॉकआउट किया था। विपक्ष की अनुपस्थिति में भी मोदी 40 मिनट बोले।

PM ने कहा कि मणिपुर में अदालत का एक फैसला आया, हम जानते हैं। उसके पक्ष-विपक्ष में जो स्थितियां बनी, उसमें हिंसा का दौर शुरू हुआ। नार्थ ईस्ट हमारे जिगर का टुकड़ा है। यहां की समस्याएं कांग्रेस की देन हैं। मणिपुर हिंसा के दोषियों को सजा दिलवाने के लिए केंद्र-राज्य मिलकर प्रयास कर रहे हैं। यहां फिर शांति का सूरज उगेगा।

विपक्ष मणिपुर हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री के बयान की मांग कर रहा था। इसलिए अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। हालांकि अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। करीब 6 हजार 4 सौ शब्दों की स्पीच में मोदी ने सबसे ज्यादा 50 बार कांग्रेस का नाम लिया। वहीं 18 बार मणिपुर कहा। उन्होंने एक बार भी राहुल और सोनिया का नाम नहीं लिया।

मणिपुर के चुराचांदपुर की एक मैतेई महिला ने कुकी समुदाय के लोगों पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। घटना 3 मई की है, पुलिस ने 9 अगस्त को FIR दर्ज की है। महिला ने पुलिस को बताया कि उपद्रवियों ने उसके घर में आग लगा दी थी। विरोध करने पर गैंगरेप किया। समाज के डर से उसने अब तक अपने साथ हुई हैवानियत के बारे में किसी से बात नहीं की।

 मणिपुर में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच जारी हिंसा में अब तक 150 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। वहीं हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। 65 हजार से ज्यादा लोग बेघर हुए हैं। राज्य के 40 विधायकों ने PM मोदी को लेटर लिखकर 6 मांगें रखी हैं। इनमें मणिपुर में NRC लागू करना, उग्रवादियों से हथियार वापस लेना और शांति वार्ता की पहल शामिल है।