भारत समेत दुनिया के तमाम देश वैक्सीन के लिए रिसर्च करने में जुटे हैं। इस क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को COVID19 वैक्सीन तैयार कर रहीं वैज्ञानिकों के तीन टीम के साथ वर्चुअल बैठक की। इस पूरे साल महामारी के संकट से जूझ रही दुनिया को केवल वैक्सीन से ही उम्मीदें हैं, हालांकि इससे निजात पाने के क्रम में दुनियाभर के तमाम देशों में रिसर्च जारी है। अभी के आंकड़ों के अनुसार, कई वैक्सीन विकसित हो चुके हैं और इनका ट्रायल भी अंतिम चरण में है। एक-दो वैक्सीन तो अब लोगों तक पहुंचने के करीब हैं…, जाने इससे संबंधित तमाम जानकारियां-
- भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोविड-19 वैक्सीन को तैयार करने वाली तीन टीम से बातचीत की । साथ ही यह भी कहा कि लोगों को कोविड-19 वैक्सीन और इससे जुड़े तमाम तथ्यों के बारे में सरल भाषा में समझाएं। इस दौरान उन्होंने वैक्सीन विकसित करने वाली तीनों कंपनियों- और की सराहना की जो वैक्सीन को विकसित करने की प्रक्रिया में शामिल हैं।
शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट भी गए थे। साथ ही वे अहमदाबाद स्थित जाइडस बायोटेक पार्क व हैदराबाद में भारत बायोटेक फैसिलिटी का भी जायजा लिया और वैक्सीन के विकास व निर्माण प्रक्रिया की समीक्षा की। - दक्षिण कोरिया की सत्तारूढ़ पार्टी ने कहा कि देश के लिए कोरोना वायरस वैक्सीन की अतिरिक्त लाखों डोज का सौदा करना होगा ताकि 30 मिलियन लोगों को पर्याप्त डोज मिल सके।
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा, ‘हम मॉडर्ना वैक्सीन की 2 मिलियन डोज खरीद रहे हैं ताकि महामारी से जूझ रहे देश की तमाम जनता को यह आसानी से उपलब्ध हो सके। - यूगांडा के राष्ट्रपति मुसेवेनी के अनुसार, देश में अगले माह से कोविड-19 वैक्सीन के लिए टेस्टिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
- न्यूयार्क के सीनेटर और सीनेट डेमोक्रेटिक नेता चक शूमर ने ट्वीट कर कहा, ‘जैसे ही कोविड-19 वैक्सीन तैयार हो जाती है इसके बाद अमेरिकियों में इसे मुफ्त वितरित की जाएगी।
मंगलवार को अमेरिकी सलाहकारों के एक पैनल की बैठक होगी कोविड-19 वैक्सीन को लेकर चर्चा की जाएगी। इसमें इस बात को निर्धारित किया जाना है कि इसकी खुराक पाने वालों में कौन सा समूह प्राथमिक होगा।
-फिलीपींस में कोरोना वायरस वैक्सीन के शॉट के लिए एक बड़े जनसमूह को एक साल और यानि 2022 तक इंतजार करने की संभावना जताई गई है। यह जानकारी देश की महामारी रेस्पांस टीम की ओर से सोमवार को दी गई है, क्योंकि सरकार ने देश में सबसे पहले हेल्थ वर्करों और उन समूहों को प्राथमिकता दी है, जो इस बीमारी के कारण अधिक खतरे में हैं।
कनाडा को पहले बैच में ही वैक्सीन मिल जाएगा साथ ही इसके लिए ऑर्डर को बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। मॉडर्ना वैक्सीन के को फाउंडर ने यह जानकारी दी है।
- कोविड वैक्सीन की एक खेप के साथ प्लेन अमेरिका के लिए रवाना हो चुकी है और जल्द ही इसे लोगों तक पहुंचाने की मंजूरी भी मिल जाएगी।
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आदर्श कुमार
संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ