प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक रैली के दौरान नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर विपक्ष पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा, ”एक ही सत्र में दो बिल पास हुए हैं, मैं दिल्ली के 40 लाख लोगों को अधिकार दे रहा हूं और ये लोग (विपक्ष) झूठ फैला रहे हैं कि मैं अधिकार छीन रहा हूं. मैं इनसे कहना चाहता हूं कि कहीं भी भेदभाव की बू आती है तो देश के सामने लाकर रख दीजिए.
- नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद कुछ राजनीतिक दल तरह-तरह की अफवाहें फैलाने में लगे हैं, लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, भावनाओं को भड़का रहे हैं.
- मैं उनसे जानना चाहता हूं,क्या जब हमने दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों को वैध करने का काम किया, तो किसी से पूछा क्या कि आपका धर्म है, आपकी आस्था क्या है, आप किस पार्टी के समर्थक हैं
- हमने उज्ज्वला योजना के तहत जब 8 करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिए, तो क्या किसी का धर्म या जाति पूछी थी? मैं कांग्रेस और उसके साथियों से जानना चाहता हूं कि आप क्यों देश की जनता से झूठ बोल रहे हो, क्यों उन्हें भड़का रहे हो?
- नागरिकता संशोधन कानून भारत के किसी नागरिक के लिए, चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान, के लिए है ही नहीं है. ये संसद में बोला गया है.
- कांग्रेस और उसके साथी, शहरों में रहने वाले कुछ पढ़े लिखे नक्सली -अर्बन नक्सल, ये अफवाह फैला रहे हैं कि सारे मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया जाएगा. कुछ तो अपनी शिक्षा की कद्र करिए. एक बार पढ़ तो लीजिए नागरिकता संशोधन एक्ट है क्या?
पीएम मोदी ने दिल्ली की अनाधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने के मुद्दे पर कहा
- मुझे संतोष है कि दिल्ली के 40 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन में नया सवेरा लाने का एक उत्तम अवसर मुझे और बीजेपी को मिला है. प्रधानमंत्री उदय योजना के माध्यम से आपको अपने घर, अपनी जमीन, अपने जीवन की सबसे बड़ी पूंजी पर संपूर्ण अधिकार मिला. इसके लिए आप सबको बहुत बधाई.
- चुनाव आते थे तो तारीखें आगे बढ़ाई जाती थीं, बुलडोजर का पहिया कुछ समय के लिए रुक जाता था, लेकिन समस्या वहीं की वहीं रहती थी. आपको इस चिंता से मुक्त करने और इस समस्या के स्थायी समाधान की ईमानदारी और नीयत इन लोगों ने कभी नहीं दिखाई.
- विपक्ष के लोगों की इस रफ्तार को देखते हुए हमने कहा कि ऐसा नहीं चलेगा और न मैं चलने दूंगा. इसलिए हमने इस साल मार्च में ये काम अपने हाथ में लिया. लोकसभा और राज्यसभा के बीते सत्र में दिल्ली की कॉलोनियों से जुड़ा बिल पास कराया जा चुका है.
- इतने कम समय में तकनीक की मदद से दिल्ली की 1700 से ज्यादा कॉलोनियों की बाउंड्री को चिह्नित करने का काम पूरा किया जा चुका है. इतना ही नहीं 1200 से ज्यादा कॉलोनियों के नक्शे भी पोर्टल पर डाले जा चुके हैं.
- आप सोचिए जिन लोगों पर आप लोगों ने अपने घरों को नियमित कराने के लिए भरोसा किया था, वो खुद क्या कर रहे थे? इन लोगों ने दिल्ली के सबसे आलीशान और सबसे महंगे इलाकों में 2 हजार से ज्यादा बंगले, अवैध तरीके से अपने करीबियों को दे रखे थे
- पहले जो सरकार चला रहे थे उन्होंने इन बंगलों में रहने वालों को तो पूरी छूट दी, लेकिन आपके घरों को नियमित करने के लिए कुछ किया भी नहीं और जब मैं कर रहा था तो रोड़ा अटकाने का कोई मौका भी नहीं छोड़ा
- हमने एक तरफ वीआईपी लोगों से दिल्ली के 2000 से ज्यादा बंगले खाली कराए हैं और 40 लाख से ज्यादा गरीबों और मध्यम वर्ग को उनके घर का हक भी दे दिया है. उनके वीआईपी उनको मुबारक, मेरे वीआईपी तो आप लोग हैं, देश का सामान्य मानवी है
अरविंद केजरीवाल सरकार को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा, ”दिल्ली की राज्य सरकार यहां की सबसे बड़ी समस्या पर आंख मूंदकर बैठी है. ये समस्या है- पीने के पानी की. इन लोगों के अनुसार पूरी दिल्ली में हर जगह साफ पानी मिलता है.