प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति और अबूधाबी के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात कर वापस भारत रवाना हो गए। पीएम मोदी यूएई के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर व्यक्तिगत संवेदना व्यक्त करने के लिए यूएई गए थे। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और आगे बढ़ाने तथा उसमें विविधता लाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
एक विशेष सद्भाव के तहत, शाही परिवार के वरिष्ठ सदस्यों के साथ शेख मोहम्मद प्रधानमंत्री की अगवानी के लिए हवाई अड्डे पर मौजूद थे। पीएम के दौरे की खास बात यह भी रही कि खुद यूएई के मौजूदा राष्ट्रपति शेख मोहम्मद ने उनकी यहां हवाई अड्डे पर अगवानी की। जैसे ही पीएम मोदी अपने विमान से उतरे वैसे ही शेख मोहम्मद उनका स्वागत करने के लिए पहुंच गए। दोनों नेताओं को बड़ी गर्मजोशी के साथ मिलते देखा गया। यही नहीं, कुछ घंटे बाद जब पीएम मोदी वापस भारत रवाना हुए तो शेख मोहम्मद उन्हें एयरपोर्ट पर विदा करने भी आए। मोदी ने अरबी एवं अंग्रेजी भाषाओं में ट्वीट किया, “मैं अपने भाई शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के विशेष सद्भाव से प्रभावित हूं जो मेरी अगवानी के लिए अबुधाबी हवाई अड्डे पर आए। उनका आभारी हूं।”
इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, “एक विशेष सद्भाव के तहत, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबूधाबी के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान शाही परिवार के वरिष्ठ सदस्यों के साथ, प्रधानमंत्री से मिलने के लिए अबूधाबी हवाई अड्डे पर मौजूद थे।”
मोदी ने अरबी एवं अंग्रेजी भाषाओं में ट्वीट किया, “मैं अपने भाई शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के विशेष सद्भाव से प्रभावित हूं जो मेरी अगवानी के लिए अबुधाबी हवाई अड्डे पर आए। उनका आभारी हूं।” पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात के नेता के नए राष्ट्रपति के रूप में चुनाव के बाद यह दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है।
शेख मोहम्मद के साथ अपनी मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने शेख खलीफा के निधन पर व्यक्तिगत रूप से संवेदना व्यक्त की। शेख खलीफा का लंबी बीमारी के बाद 73 साल की आयु में 13 मई को निधन हो गया था। मोदी ने उनके निधन पर दुख जताते हुए उन्हें एक महान राजनेता और दूरदर्शी नेता बताया था जिनके नेतृत्व में दोनों देशों के संबंध समृद्ध हुए। भारत ने शेख खलीफा के निधन के बाद एक दिन के राजकीय शोक की भी घोषणा की थी।
मोदी जर्मनी में जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद यहां संक्षिप्त यात्रा पर पहुंचे। प्रधानमंत्री ने जर्मनी में शिखर सम्मेलन के दौरान विश्व के कई नेताओं से मुलाकात की और वैश्विक कल्याण एवं समृद्धि को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की विदेश मंत्रालय के अनुसार, यूएई 2019-20 में चीन और अमेरिका के बाद भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था। वर्ष 2020-21 के लिए लगभग 16 अरब अमेरिकी डॉलर की राशि के साथ संयुक्त अरब अमीरात (अमेरिका और चीन के बाद) भारत का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य था।