अब तक पीलीभीत टाइगर रिजर्व में आने वाले सैलानी जिप्सी में सवार हो कर जंगल की सैर किया करते हैं. लेकिन, बहुत जल्द पीलीभीत आने वाले पर्यटक हाथी की शाही सवारी करते हुए जंगल की सैर कर सकेंगे.
हाल फिलहाल पीलीभीत टाइगर रिजर्व में सैलानी सफारी वाहनों (जिप्सी) के जरिए ही सफारी करते हैं. लेकिन जल्द ही सैलानी पीलीभीत में भी अन्य अभ्यारणों की तरह हाथी सफारी का लुत्फ उठा सकेंगे. इसके लिए PTR प्रशासन ने हाथियों का प्रशिक्षण भी शुरू कर दिया है. दरअसल, बीती 15 नवम्बर से पीलीभीत टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र शुरू हो गया है.
पीलीभीत स्थित टाइगर रिजर्व अपने तराई में खूबसूरत जंगलों और बाघों के लिए जाना जाता है. इसके साथ ही साथ यहां पर्यटकों का में मोहने वाले तमाम टूरिस्ट स्पॉट भी मौजूद है. पीलीभीत वन्यजीव विहार को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिले तकरीबन 10 साल होने को हैं. ऐसे में यहां लगातार पर्यटन के दृष्टिकोण से नवाचार किए जा रहे हैं.
सैलानी हाथी सफारी का उठाएंगे लुत्फअब तक पीलीभीत टाइगर रिजर्व में आने वाले सैलानी जिप्सी में सवार हो कर जंगल की सैर किया करते हैं. लेकिन बहुत जल्द पीलीभीत आने वाले पर्यटक हाथी की शाही सवारी करते हुए जंगल की सैर कर सकेंगे. इसके लिए बाकायदा कर्नाटक से पीलीभीत टाइगर रिजर्व लाए गए हाथियों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. वहीं अधिकारी भी जल्द ही हाथी सफारी शुरू होने की उम्मीद जता रहे हैं.
सुरक्षा के दृष्टिकोण से लाए गए थे हाथीलंबे अरसे से पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जंगलों में निगरानी को लिहाज़ से हाथियों की दरकार थी. ऐसे में अब तक यहां दुधवा नेशनल पार्क से हाथी मंगाए जाते थे. लेकिन लंबी कवायद के बाद बीते साल कर्नाटक से 4 हाथी मंगाए गए थे. अब वे हाथी हिंदी में कमांड समझने लगे हैं. ऐसे में अब विभाग की ओर से सफारी के लिहाज से भी प्रशिक्षण करवा रहे हैं.