चुटकियों में पता लगाएं पैकेट वाला बंद दूध असली है कि नकली

आज के समय में खाने पीने की असली चीजें मिलना बहुत मुश्किल हो गया है। क्या खाएं और क्या न खाएं ये सबसे बड़ी बहस है। कोई गिनी चुनी चीजें हो जो मिलावटी हो तो समझ में भी आता है, लेकिन हर चीज में मिलावट होना आम है।

आज इंसान जिसे लेकर सबसे ज्यादा परेशान है वो है नकली दूध। जिस दूध को हम सेहतमंद समझ कर पीते है वो असल में हमारी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो रहा है। गाय भैंस का तो छोड़िए जिस दूध के पैकेट को हम अच्छा समझ कर ला रहे हैं उसमें भी मिलावट होने लगी है, क्योंकि हमें मालूम ही नहीं होता जिस दूध के पैकेट को हम ला रहे हैं वो असली है या नकली। आज हम आपको बताएंगे कैसे आप पता लगाएं कि घर में आ रहा दूध असली है या नकली

स्टार्च टेस्ट
दूध में स्टार्च मिला है या नहीं ये पता लगाने के लिए 2 चम्मच नमक 5 मिली दूध में डालें। अगर दूध का रंग नीला हो जाएं तो समझ लें कि इसमें अधिक मात्रा में स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट है

वॉशिंग पाउडर
आप जिस दूध को अपनी सेहत के लिए अच्छा समझकर पी रहे हैं कहीं उसमें वॉशिंग पाउडर तो नहीं मिला। इसे पता लगाने के लिए दूध को कांच की शीशी में भरें और जोर-जोर से हिलाएं। अगर ऐसा करने पर बहुत सारा झाग बने और ये झाग काफी देर तक बना रहे तो इसका मतलब है कि दूध में वॉशिंग पाउडर मिला है

दूध में  Formalin तो नहीं
ज्यादातर पैक्ड दूध को ज्यादा दिन तक रखने के लिए उसमें Formalin का इस्तेमाल करते हैं, जिसका हमारी सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसे चैक करने के लिए एक टेस्ट ट्यूब में 10 मिली दूध में सावधानीपूर्वक से 2-3 बूंद सल्फ्युरिक एसिड डालें। अगर कुछ देर में ऊपर साइड नीले रंग का रिंग बन जाता है तो इसका मतलब है कि इसमें Formalin मिक्स किया गया है।

केमिकल्स युक्त दूध
सिंथेटिक दूध में ज्यादातर साबुन मिलाया जाता है जो हमारे स्वास्थय के लिए खतरनाक हो सकता है। इसे चैक करने के लिए थोड़ा सा दूध लेकर अपने हाथ पर रगड़े। ऐसा करने से आपको खुद समझ आ जाएगा कि दूघ में साबुन मिला है या नहीं। इसे चैक करने के लिए एक और तरीका आप अपना सकते हैं। अगर दूध को उबालते समय उसका रंग बदलकर पीला हो जाए तो इसका मतलब है दूध में मिलावट है।