रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 12 दिनों से युद्ध जारी है। दोनों देशों के बीच हो रहे युद्ध का असर कच्चे तेल की कीमतों पर भी देखने को मिल रहा है। कच्चे तेल की कीमतें रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों का असर भारत में भी देखने को मिल सकता है।
कहा जा रहा है कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी इजाफा हो सकता है। पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने की अटकलों के बीच केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बड़ा बयान दिया है।
हरदीप सिंह ने कहा, ‘यह कहना कि चुनाव के कारण हमने कीमतें नहीं बढ़ाई थी। यह कहना गलत होगा। तेल की कीमतों को लेकर कंपनियों को तय करना है क्योंकि उन्हें भी बाजार में बने रहना है। तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार के अनुसार तय होती है।’
यह कहना कि चुनाव के कारण हमने कीमतें नहीं बढ़ाई थी। यह कहना ग़लत होगा। तेल की कीमतों को लेकर कंपनियों को तय करना है क्योंकि उन्हें भी बाज़ार में बने रहना है। तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाज़ार के अनुसार तय होती है: केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुर
पुरी ने आगे कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के कारण हम भारत में तेल की कमी नहीं होने देंगे। आगे हम जो भी निर्णय लेंगे वह हम अपने नागरिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए लेंगे।