केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने कहा है कि अमेठी की जनता कांग्रेस की फेक न्यूज़ पर भरोसा न करे. इसके बाद कांग्रेस को फेक न्यूज़ न फैलाने की नसीहत दिया है. जिससे अमेठी में कांग्रेस की फर्जी खबरों को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने सामने हो गई है. जिले के कांग्रेस कार्यालय में रविवार (Sunday) को प्रशासन के छापेमारी की खबर सोशल मीडिया (Media) पर वायरल की गई थी. इसके बाद अमेठी के जिलाधिकारी अरुण कुमार ने इसकी जाँच गौरीगंज के उपजिलाधिकारी को सौपी थी.
लेकिन उपजिलाधिकारी की जांच में कांग्रेस कार्यालय में छापेमारी की खबर असत्य और निराधार थी. जिलाधिकारी ने जांच रिपोर्ट की कापी रात को ही जारी कर दिया था. कांग्रेस का आरोप है कि कोरोना महामारी (Epidemic) में राहुल गांधी की तरफ से बटने वाली राहत सामग्री से भाजपा आहत है. जिससे अमेठी सांसद (Member of parliament) के कहने पर अमेठी प्रशासन कांग्रेस कार्यालय में छापेमारी करने गया था. जबकि उप मजिस्ट्रेट की जांच में छापेमारी की खबर फर्जी है.
फर्जी खबर की मजिस्ट्रेट रिपोर्ट पढने के बाद अमेठी सांसद (Member of parliament) स्मृति इरानी ने ट्वीट कर लिखा है कि कांग्रेस फेक न्यूज़ न फैलाए. इरानी ने लिखा है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं 25 मार्च से राहत देने के नाम पर सरकारी पास लेकर घूम रहे हैं. प्रशासन को परेशान और बदनाम न करे. इसी प्रशासन ने अमेठी को कोरोना मुक्त रखा है. इसके बाद अमेठी सांसद (Member of parliament) ने ट्वीटर पर अमेठी के कांग्रेस जिलाध्यक्ष के भांजे बीयर के साथ गिरफ्तार होने की फोटो शेयर किया है.
केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी के अपर सचिव विजय गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता राहत के नाम पर सरकारी पास का दुरूपयोग कर रहे हैं. इसके बाद राहत के नाम पर लोगों की फोटो वायरल करके अमेठी की भोली भाली जनता का अपमान कर रहे हैं. बाकी राहत सामग्री अमेठी सांसद (Member of parliament) की तरफ से रोज बट रही है. लेकिन वे राहत सामग्री की फोटो वायरल नहीं करते हैं.