हिंदी बोलने पर लोगों ने किया विरोध तो ब्रजेश पाठक भोजपुरी में बोले

अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के कार्यक्रम में शनिवार को हिंदी बोलने पर लोगों ने विरोध कर दिया। एंकर के खिलाफ नारे लगने लगे। इस दौरान मौके पर स्थिति डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संभाला। वह तत्काल माइक के पास आ पहुंचे। उन्होंने अपना भाषण भोजपुरी में शुरू कर दिया।
ब्रजेश पाठक ने कहा हम त बोलत रही कि गाना शुरू करा जा, हमनी के अइजा सब भोजपुरी के सम्मान खातिर एकत्र भइल बानी जा। हम आप सबके प्रणाम करत बानी। ब्रजेश पाठक के इतना कहते ही पूरे कार्यक्रम में तालियों की गुंज शुरू हो गई।
कार्यक्रम में भोजपुरी समाज से जुड़े लोगों को सम्मानित किया गया। इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को भोजपुरी शिरोमणि अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसके अलावा उप्र सरकार के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा को भोजपुरी रत्न एक्सप्रेस से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि अपनी बोली पर गर्व होना चाहिए। उन्होनें कहा कि पुरी दुनिया में कहीं भी सम्मान मिला हो लेकिन अपने घर में मिला सम्मान मिला सबसे खास होता है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान हमेशा से खास रहा है। इस दौरान उन्होंने हालैण्ड से लेकर दुनिया के दूसरे देशों में भोजपुरी के किस्से शेयर किए।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि भोजपुरी भाषा पर हम सब को गर्व होना चाहिए। हम किसी भी राज्य में जाते हैं तो वहां की स्थानीय बोली सुनने को मिलती है। लेकिन हम कई बार अपनी बोली से परहेज करते है। लेकिन हमको अपनी बोली पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग भोजपुरी बोलने में शर्माते हैं। उन्होंने कहा कि भोजपुरी हमारी पहचान रही है। अंग्रेजों की लड़ाई में भी भोजपुरी का बड़ा योगदान रहा है। भिखारी ठाकुर से लेकर वीर कुँवर सिंह तक का उन्होंने उदाहरण दिया।