PCS ज्योति मौर्य शुक्रवार शाम दस्तावेज संबंधी काम के लिए लोकभवन पहुंचीं। उन्होंने उच्च अधिकारियों को अपना जवाब बंद लिफाफे में दिया। इसके बाद कार में बैठकर लौट गईं। हालांकि इस दौरान उन्होंने मीडिया के सवालों का कोई जवाब नहीं दिया। ज्योति मौर्य के लोकभवन आने का वीडियो भी सामने आया है।
दरअसल, ज्योति मौर्य अपने पति से विवाद को लेकर सुर्खियों में बनी हैं। इन्हीं विवादों के बीच वह पहली बार लोकभवन पहुंचीं। सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि ज्योति मौर्य फोन पर बात करते हुए गाड़ी के पास पहुंचती हैं। तभी एक सुरक्षाकर्मी गाड़ी का दरवाजा खोलता है। इसके बाद ज्योति मौर्य कार के अंदर बैठती हैं और चली जाती हैं।
ज्योति मौर्य बरेली में तैनात हैं। वह अपने पति आलोक मौर्य से आपसी विवाद को लेकर इन दिनों चर्चा में हैं। उन्होंने प्रयागराज के धूमनगंज थाने में पति आलोक, उनके भाइयों और भाभी के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में ज्योति का बयान दर्ज किया जा चुका है। जबकि दूसरे पक्ष से उनके पति और अन्य नामजद लोगों का बयान दर्ज होना है।
इसके बाद से ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य के बीच का विवाद सोशल मीडिया पर जमकर ट्रेंड कर रहा है। लोग तरह-तरह के मीम्स और पोस्ट वायरल कर ज्योति को टारगेट कर रहे हैं। धूमनगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्य ने बताया कि जल्द ही आलोक मौर्य और अन्य नामजद आरोपियों के बयान दर्ज किए जाएंगे। मामले की जांच की जा रही है।
ज्योति और आलोक की शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर बीते कुछ दिनों से वायरल हो रहा है। जिसमें आलोक को ग्राम पंचायत अधिकारी लिखा गया है। ज्योति का आरोप है कि आलोक पंचायती राज विभाग में सफाई कर्मचारी हैं, जबकि शादी झूठ बोल कर की गई। वहीं, आलोक के परिजनों का कहना है कि लड़की वालों ने कार्ड में ग्राम पंचायत अधिकारी छपवाया था। लड़के वालों की तरफ से छपवाए गए शादी के कार्ड में सिर्फ आलोक कुमार लिखा था।
वहीं, ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य के आपसी विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर वॉर छिड़ गया है। ज्योति मौर्य के समर्थन और विरोध के बीच सोशल मीडिया पर मीम्स और कमेंट की भी भरमार है। जहां एक ओर बिहार के खान सर बोले-अरे भाई, हर औरत ज्योति मौर्य नहीं होती तो दूसरी ओर सिंगर नेहा राठौर ने कहा-हर वक्त लड़की की ही चर्चा क्यों होती है।
बिहार के टीचर खान सर का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में खान सर कह रहे हैं, ज्योति मौर्य और आलोक के प्रकरण के सामने आने के बाद बिहार लोक सेवा आयोग की तैयारी करने वाली उनकी कोचिंग से 93 महिला प्रतियोगियों के पतियों ने उन्हें वापस बुला लिया है। लाख समझाने के बाद भी उनके पति नहीं माने। हमने कहा कि अरे भाई हर औरत ज्योति मौर्य नहीं हो जाएगी, फिर भी लोग नहीं माने।
लोकगायिका नेहा सिंह राठौर एसडीएम ज्योति मौर्य के समर्थन में आ गई हैं। एक वीडियो जारी कर उन्होंने कहा है कि ज्योति की तरह मनीष दुबे की भी चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से ज्योति की चर्चाएं हो रही हैं। इस तरह से मनीष दुबे की चर्चाएं होनी चाहिए। लड़कियां ही हर समय चर्चाओं की पात्र क्यों बनती हैं? अगर ज्योति शादीशुदा हैं, तो मनीष दुबे भी शादीशुदा हैं जो उसका प्रेमी बताया जा रहा।सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि 136 से ज्यादा लोगों ने अपनी पत्नियों की पढ़ाई इसलिए छुड़ा कर वापस प्रयागराज से घर बुला लिया है, क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं वो भी एसडीएम ज्योति मौर्य की तरह बेवफा न हो जाएं।
बिहार से भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। पिंटू ने अपनी पत्नी खुशबू देवी की पढ़ाई छुड़ा कर घर बुला लिया है। वह बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन की तैयारी कर रही थीं। इसको लेकर थाने में पंचायत भी हुई है। पिंटू की पत्नी खुशबू देवी ने मीडिया के सामने और अपने पति से सफाई दिया कि वह ज्योति नहीं बनेगी पर पिंटू नहीं माने। इसको लेकर भी सोशल मीडिया पर पोस्ट पड़े हैं।
सोशल मीडिया पर इस बात के दावे किए जा रहे हैं कि ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य के प्रकरण के बाद 136 पतियों ने तैयारी करने वाली अपनी पत्नियों को प्रयागराज से वापस घर बुला लिया है।
रामू मौर्य लिखते हैं, ”एसडीएम साहिबा उन कई पतियों को निराश कर दिया जो अपनी योग्य पत्नियों को आगे बढ़ाना चाहते थे शायद एक ज्योति तो एसडीएम बन गई पर मैडम की हरकतों ने कई लड़कियों से उनका हक छीन लिया!”
कंवर पाल मलिक लिखते हैं, ”जो पति को भगवान मानती है या या जिसने उसके साथ में शादी की, वही समय वही अतीत उसकी आंखों में घूमेगा तो उसका जीवन का बीवी का अंधकारमय नहीं रहेगा और जो चमक-दमक के साथ में या दूसरों का पद या उसका पैसा देखकर फिसल जाएगी मैं कहूंगा वो पत्नी नहीं होगी।”
अरविंद सिंह राजपूत लिखते हैं- “यह दोनों महिलाएं आज सफल है बस फर्क सिर्फ इतना है कि ज्योति मौर्य ने पति को एसडीएम बनने के बाद छोड़ा। निशा बांगरे ने पति के लिए एसडीएम की नौकरी छोड़ी। अब आप बताओ क्या किसी एक महिला की वजह से सारी महिलाओं को कसूरवार मानते है। आपके संस्कार, और संस्कार बच्चों को बचपन से ही दिए जाते है।”
मेहताब अली लिखते हैं- “यूपी में ज्योति मौर्य विवाद के बाद गजब की दहशत है देश के पतियों में। बिहार के बक्सर में पति ने पत्नी की पढ़ाई रुकवाई, बोला- दूसरी ज्योति मौर्य बनने की जरूरत नहीं। प्रतापगढ़ के सफ़ाई कर्मचारी आलोक मौर्य व बरेली में SDM ज्योति मौर्य की घटना से पतियों का मनोबल टूटा है।
एसडीएम ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य की शादी का यह कार्ड भी वायरल है जिसमें आलोक को ग्राम विकास अधिकारी लिखा गया है जबकि वह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है।
राज किशोर लिखते हैं- ज्योति मोर्या को पढ़ा लिखा कर “SDM” बनाने के बदले, सफाईकर्मी पति आलोक मोर्या को मिला तलाक का “तोहफा”, पत्नी ने SDM बनकर दिया धोखा, पुलिस का नाम लेकर देती है धमकियां। गवर्मेंट कहती है “बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ”, बीवी नही। बीवी पढ़ाओगे तो एसडीएम वाले पति की तरह बीवी गंवाओगे भी।
विक्रम अहिरवार लिखते हैं – “एकSDM ने अपने पति को छोड़ दिया तो पूरे सोशल मीडिया में बवाल मचा है लेकिन एक PM ने अपनी बीवी को छोड़ दिया उस पर चुप है और पूरी महिलाओं को टारगेट किया जा रहा। ये उचित नहीं गलत होता है चाहे वह महिला हो या पुरुष SDM को उसकी सजा मिल चुकी है। ज्योति मौर्य को SDM पद से हटा दिया गया है।”