पटना : शोषित समाज दल और अर्जक संघ के नेतृत्व में जगदेव प्रसाद की 99वीं जयंती काफी धूमधाम से मनाई गई

पटना : पुराना जक्कनपुर चौराहा (रामलखन महतो फ्लैट) में शोषित समाज दल के केंद्रीय कार्यालय में शोषित समाज दल और अर्जक संघ के नेतृत्व में शोषित इन्कलाब के लेनिन अमर शहीद जगदेव प्रसाद की 99वीं जयंती काफी धूमधाम से मनाई गई। इसकी अध्यक्षता शोषित समाज दल पटना ज़िला के अध्यक्ष श्री अखिलेश कुमार ने की , जबकी मुख्य अतिथि के रूप में शोषित समाज दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रघुनीराम शास्त्री ने भाग लिया। इस जयंती के उद्धघाटन भारतीय मोमिन फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ महबूब आलम अंसारी ने किया।
मुख्य अतिथि के रूप में श्री शास्त्री अपने संबोधन में कहा कि शोषित इन्कलाब के लेनिन औऱ महान क्रांतिकारी योद्धा अमर शहीद जगदेव प्रसाद की 99वीं के अवसर पर उन्हें माल्यार्पण किया औऱ उन्हें शत-शत नमन करते हुए कहा कि जगदेव बाबू का जन्म 2 फरवरी 1922 को तथागत गौतम बुद्ध की ज्ञान-स्थली बोध गया के समीप कुर्था प्रखंड के कुरहारी ग्राम में अत्यंत निर्धन परिवार में हुआ था. जिला बंटने के बाद. अब यह जहानाबाद जिला के शकुराबाद प्रखंड में आ गया है।
बिहार में राजनीति का लोकतंत्रीकरण (Democratisation) को स्थाई रूप देने के लिए उन्होंने सामाजिक-सांस्कृतिक क्रांति की आवश्यकता महसूस किया। वे मानववादी रामस्वरूप वर्मा द्वारा स्थापित ‘अर्जक संघ’ (स्थापना 1 जून, 1968) में शामिल हुए। *जगदेव बाबू ने कहा था कि अर्जक संघ के सिद्धांतों के द्वारा ही ब्राह्मणवाद को ख़त्म किया जा सकता है और सांस्कृतिक परिवर्तन कर मानववाद स्थापित किया जा सकता है।
इस अवसर पर शोषित समाज दल के राज्य सचिव राकेश कुमार ने भाग लिया औऱ कहा कि पंजाब और हरियाणा के साथ-साथ देश मे विभिन्न प्रान्तों में केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून के खिलाफ लगभग दो महीने से भी ज्यादा चल रहे किसान आंदोलन का पूर्ण समर्थन किया है और केंद्रीय सरकार से तीनों बिल को शीघ्र वापस लेने की पुरजोर मांग करता है।
समारोह में अध्यक्षता करते हुए पटना जिला अध्यक्ष ने कहा कि 7 अगस्त 1972 को शोषित दल तथा रामस्वरूप वर्मा जी की पार्टी ‘समाज दल’ का एकीकरण हुआ और ‘शोषित समाज दल’ नामक नयी पार्टी का गठन किया गया। एक दार्शनिक तथा एक क्रांतिकारी के संगम से पार्टी में नयी उर्जा का संचार हुआ। जगदेव बाबू पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री के रूप में जगह-जगह तूफानी दौरा आरम्भ किया। वे नए-नए तथा जनवादी नारे गढ़ने में निपुण थे। सभाओं में जगदेव बाबू के भाषण बहुत ही प्रभावशाली होते थे, जहानाबाद की सभा में उन्होंने कहा था-
दस का शासन नब्बे पर
नहीं चलेगा, नहीं चलेगा।
सौ में नब्बे शोषित है
शोषितों ने ललकारा है।
धन-धरती और राजपाट में
नब्बे भाग हमारा है।।
इस जयंती समारोह में सर्व श्री नंद कुमार नंदा, पूर्व विधायक, उर्मिला पल (अर्जक संघ), ई० रामानुज सिंह गौत्तम, डॉ धीरज कुशवाहा, पूर्व एसडीम बंसीधर पाल, मुकेश चौधरी, ब्रजमोहन कुशवाहा, पंचम राम, जगदेव राम, गोपाल कुमार, ई ० तपन कुमार, सुरेंद्र प्रसाद गौत्तम, कृष्णा राय, नागेंद्र गौत्तम, ऐ०के प्रभाकर आदि ने संबोधित किया।

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आदर्श कुमार

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