2024 के आम चुनावों की तैयारियों को लेकर कांग्रेस पार्टी अभी से पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश भरने में जुट गई है। इसी कड़ी में उदयपुर में 13 मई से शुरू होने वाले तीन दिवसीय चिंतन शिविर से पहले पार्टी ने सोमवार को कार्यसमिति की विशेष बैठक रखी। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी से वरिष्ठ नेताओं से सारे विरोधाभासों को भुलाकर पार्टी की मजबूती के लिए जुटने की अपील की है। साथ ही कहा कि पार्टी ने सभी को कुछ न कुछ दिया है, ऐसे में अब उसे लौटाने का समय आ गया ह
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में आयोजित पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की इस बैठक में पार्टी को मजबूती देने, संगठन के स्तर पर बड़े बदलाव करने सहित चिंतन शिविर में चर्चा के लिए तय किए बिंदुओं पर भी चर्चा हुई। इन बिंदुओं का चयन चिंतन शिविर पर चर्चा वाले विषयों का चयन करने के लिए गठित कमेटियों की ओर से किया गया है।इन कमेटियों ने सोमवार को कार्य समिति के सामने इससे जुड़े बिंदुओं को भी रखा है। बैठक में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के अतिरिक्त पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व अशोक गहलोत सहित पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेता मौजूद भी थे। उन्होंने नेताओं से कहा कि चिंतन शिविर रस्म अदायगी जैसा नहीं होना चाहिए बल्कि इससे पार्टी का संगठनात्मक बदलाव भी दिखना चाहिए।
पार्टी की कार्यसमिति की बैठक की जानकारी देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश और पार्टी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बताया कि बैठक में पार्टी की भविष्य की रणनीति के साथ ही चिंतन शिविर के चर्चा के बिंदुओं पर चर्चा हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सभी के सुझावों को ध्यान से सुना है।
साथ ही सभी से पार्टी को मजबूती देने के लिए एकजुट होकर काम करने की जरूरत बताई है। इस दौरान पार्टी नेताओं से जनता से जुड़े मुद्दों को पहचान कर उन्हें हितों के लिए काम करने की अपील की। साथ ही इस साल होने गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों को तैयारियों की भी जानकारी ली है। पार्टी नेताओं ने इस दौरान 13 से 15 मई तक उदयपुर में आयोजित होने वाले चिंतन शिविर की तैयारियों की जानकारी दी है।
साथ ही बताया है कि इनमें पार्टी के ऐसे सभी पदाधिकारियों और नेताओं को बुलाया गया है जो अहम जिम्मेदारी संभाल रहे है या फिर संगठन में काम करने का उनके पास बेहतर अनुभव है। पार्टी के युवा नेताओं को भी इस बैठक में बुलाया गया है। फिलहाल 400 लोगों को इसमें बुलाया गया है। हालांकि, इसके पीछे एक ही मकसद है कि 2024 के आम चुनावों में पार्टी को कैसे जीत दिलाई जाए।