पेरिस ओलंपिक में लैंगिक योग्यता का मामला चर्चा में है। गुरुवार को अल्जीरिया की इमाने खेलीफ महिलाओं की 66 किलोग्राम वर्ग के मुकाबले में इटली के एंजेला कारिनी के खिलाफ जीत हासिल की थी। मैच शुरू होने के 46 सेकंड बाद ही कारिनी ने मैच से हटने का फैसला किया था। उन्होंने कहा था कि खेलीफ के पंच इतने तगड़े थे कि उन्हें लगा कि वह चोटिल हो जाएंगी। खेलीफ का एक पंच कारिनी ने नाक पर जाकर लगी और वह दर्द के मारे कराह उठी थीं। बाद में खेलीफ पर पुरुष गुणसूत्रों वाला खिलाड़ी होने के आरोप लगे थे। खेलीफ को पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में एक्सवाई गुणसूत्र होने के आरोप लगे थे।
सिर्फ खेलीफ नहीं, उस चैंपियनशिप में एक और खिलाड़ी को इसी वजह से बाहर किया गया था। वह हैं ताइवान की लिन यू-टिंग। अब लिन यू ने भी पेरिस में अपने शुरुआती मुकाबले में महिलाओं के 57 किग्रा वर्ग में उज्बेकिस्तान की सितोरा तुर्दीबेकोवा को सर्वसम्मत अंक के फैसले पर हराया। हालांकि, इस दौरान लिन यू टिंग महिला मुक्केबाज पर जमकर मुक्के बरसाती दिखीं। हालांकि, लिन ने तुर्दीबेकोवा को शक्ति के बजाय चालाकी से हराया। जैब्स के साथ स्कोर करने के लिए अपनी पहुंच का उपयोग किया और लड़ाई को एकतरफा बनाने के लिए उज्बेक खिलाड़ी के प्रयासों को दरकिनार कर दिया। जीत के बाद लिन ने मीडिया से बात करने से परहेज किया।