विश्व में परचम लहराता बौद्ध धर्म : डॉ दीक्षा कुशवाहा

बौद्ध धर्म विश्व के प्रमुख धर्मों में से एक है, और इसके संस्थापक गौतम बुद्ध (ईसवी पूर्व ५६३ – ईसवी पूर्व ४८३) थे। विश्व में करीब १९२ करोड़ (२८.७८%) लोक बौद्ध धर्म को माननेवाले है। दुसरे सर्वेक्षण के अनुसार १.६ अरब से १.८ अरब लोक (२३% से २५%) प्रतिनिधित्व बौद्ध करते है। बौद्ध धर्म एक धर्म और दर्शन है। संसार में ईसाई धर्म धर्म के बाद सबसे अधिक बौद्ध धर्म के ही अनुयायि पाये जाते। हालांकि कुछ सर्वेक्षणों के अनुसार बौद्ध धर्म आबादी ४८.८ करोड़ से ५३.५ करोड़ ( विश्व की जनसंख्या में ९% से १०%) भी बताई जाती है।

विश्व के सभी महाद्विपों में बौद्ध धर्म के अनुयायी रहते हैं । बौद्ध धर्म दुनिया का पहला विश्व धर्म है, जो अपने जन्मस्थान से निकलकर विश्व में दूर दूर तक फैला। आज दुनिया में बौद्ध धर्म की आबादी हिन्दू धर्म से अधिक और इस्लाम धर्म के बराबर या इस्लाम धर्म से भी अधिक है।

भारत में बौद्ध धर्म अल्पसंख्यक है, जबकि भारत में इस विश्व धर्म का उदय हुआ था। परंतु एशिया में बौद्ध धर्म प्रमुख धर्म बना रहा। २०१० में १.०७ अरब से १.२२ अरब जनसंख्या के साथ चीन बौद्धों की सबसे बड़ी आबादी वाला देश है, चीन की कुल आबादी में ८०% से ९१% बौद्ध अनुयायी रहते हैं ज्यादातर चीनी बौद्ध महायान सम्प्रदाय के अनुयायी हैं ।

संपूर्ण एशिया में आज बौद्ध धर्म प्रभावशाली है।नीचे दिए गए चित्र में गहरे पीले रंगो वाले क्षेत्रों में बौद्ध धर्म बहुमत में है। इसवी पूर्व ६वी शताब्धि में उत्तर भारत में बौद्ध धर्म का जन्म हुआ। फिर यह धर्म बौद्ध भिक्खु, बौद्ध प्रचारक और बौद्ध सम्राट और राजांओ के माध्यम से विश्व में दूर तक फैल गया। सम्राट अशोक के काल में बौद्ध धर्म अखंड भारत का राजधर्म था।

बौद्ध संप्रदाय—-

महायान :बौद्ध परंपराओं का सबसे बड़ा संप्रदाय महायान हैं। महायान व्यापक रूप से संपूर्ण पूर्वी एशिया में सर्वाधिक प्रचलित है, दुनिया की कुल बौद्ध आबादी में करीब ७०% बौद्ध आबादी महायान बौद्ध धर्म को माननेवाली है। चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया, ताइवान, मकाउ और वियतनाम में महायान बौद्ध धर्म बहुसंख्यक रूप में है।

थेरवाद : बौद्ध धर्म का दूसरा सबसे बड़ा संप्रदाय थेरवाद है, और यह संप्रदाय ज्यादातर दक्षिण पूर्व एशिया रहता है। थेरवाद बौद्ध धर्म कंबोडिया, लाओस, म्यांमार, थाईलैंड, क्रिसमस द्वीप और सिंगापुर, श्रीलंका में बहुसंख्यक तथा मलेशिया, ब्रुनेई, तिमोर, इंडोनेशिया, फिलीपींस में भी बडी संख्या में है।

वज्रयान : वज्रयान तीसरा और छोटा संप्रदाय है, ज्यादातर वज्रयानी बौद्ध तिब्बत, भूटान, हिमालय क्षेत्र, मंगोलिया और रूस के कुछ हिस्सों में बहुसंख्यक के रूप में रहता है, और यह संप्रदाय दुनिया भर में प्रसारित किया गया है।

नवयान : नवयान भारत में मुख्य बौद्ध सम्प्रदाय है, इसे भीमयान या नवबौद्ध भी कहां जाता है। दलित बौद्ध आंदोलन से इसकी शुरूवात हुई है। २०वी सदीं में नवयान बौद्ध सम्प्रदाय का उदय हुआ था और जिसका निर्माण हिंदू दलितों बराबरी एवं समानता का अधिकार दिलाना था, यह उद्देश सफल भी हुआ। भारतीय राज्यों में से महाराष्ट्र में सबसे अधिक बौद्ध जनसंख्या है।

पूर्वी बौद्ध धर्म (महायान) के १५० करोड़ अनुयायी हैं ।
दक्षिणी बौद्ध धर्म (थेरवाद) – २३.१ करोड़ अनुयायी हैं ।
उत्तरी बौद्ध धर्म (वज्रयान) के ५ करोड़ अनुयायी हैं ।
भारतीय बौद्ध धर्म (नवयान) के ५ करोड़ से ७ करोड़ अनुयायी हैं ।
इसके अतिरिक्त करोड़ो बौद्ध एशिया के बाहर पाए जाते हैं।

अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, अफ़्रीका और यूरोप जैसे महाद्विपों में भी करोडों बौद्धों के समुदाय रहते हैं। विश्व में लगभग १८ से अधिक देश ऐसे हैं जहां बौद्ध बहुसंख्यक या बहुमत में हैं। विश्व में कई देश ऐसे भी हैं जहां की बौद्ध जनसंख्या के बारे में कोई विश्वसनीय जानकारी उपलब्ध नहीं है।

आज विश्व में 20 से अधिक देशों (गणतंत्र राज्य भी) में बौद्ध धर्म बहुसंख्यक या प्रमुख धर्म के रूप में हैं।

विश्व में लाओस, कम्बोडिया, भूटान, थाईलैण्ड, म्यानमार और श्रीलंका यह छह देश “अधिकृत” ‘बौद्ध देश’ है, क्योंकी इन देशों के संविधानों में बौद्ध धर्म को ‘राजधर्म’ या ‘राष्ट्रधर्म’ का दर्जा प्राप्त है।

मुझे गर्व होता है की अपनी उम्र में मुझे आज तक १४ बुद्धिस्ट देशों में जाने का अवसर प्राप्त हो चुका है .

 

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