केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता नितिन गडकरी ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू व अटल बिहारी वाजपेयी को भारतीय लोकतंत्र का आदर्श बताया। उन्होंने कहा कि सत्ता दल व विपक्ष को आत्म निरीक्षण करना चाहिए और एक-दूसरे को सम्मान देकर लोकतंत्र की मर्यादाओं का पालन करना चाहिए। यह बात उन्होंने बुधवार को एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में कही।
पंडित नेहरू का बड़ा योगदान, अटल जी की विरासत हमारी प्रेरणा
संसद के मानसून सत्र के दौरान कृषि कानून बिल, तेल के दाम व पेगासस वायरस को लेकर विपक्ष की ओर से किए गए हंगामे पर गडकरी ने कहा कि अटल जी की विरासत हमारी प्रेरणा है और पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारतीय लोकतंत्र में बड़ा योगदान दिया है। महाराष्ट्र विधानसभा में अपने दिनों को याद करते हुए कहा कि उन दिनों मैं विपक्ष का नेता था और सदन को बाधित करने के लिए विपक्ष का नेतृत्व कर रहा था। इस दौरान मैं अटल जी से मिला तो उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में इस तरह का आचरण सही नहीं है और जनता तक अपनी बात पहुंचाना भी महत्वपूर्ण है।
लोकतंत्र में भूमिका बदलती रहती है
गडकरी ने कहा कि मैं भी पार्टी का अध्यक्ष रह चुका हूं। आज जो विपक्ष है वह कल सत्ता में था और आज जो सत्ता में है वह कल विपक्ष में बैठेगा। लोकतंत्र में हमारी भूमिका बदलती रहती है, इसलिए पार्टियों को आत्मपरीक्षण करने की जरूरत है। उन्होंने हाल ही में सदन में हुए हंगामे पर कहा कि मैं लंबे समय तक विपक्ष में काम कर चुका हूं। कहीं न कहीं सभी लोग मर्यादा का पालन करें। कांग्रेस पार्टी पर कहा कि एक मजबूत विपक्ष ही सफल लोकतंत्र का निर्माण करता है। सत्ता और विपक्ष लोकतंत्र के दो पहिए हैं। लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष का होना बहुत जरूरी है। नेहरू ने हमेशा अटल जी का सम्मान किया, वह कहते थे विपक्ष की आवश्यकता हमेशा रहेगी। कांग्रेस के लिए मेरी शुभकामनाएं हैं। वे विपक्ष के रूप में मजबूत बनें और विचार के आधार पर जिम्मेदारी से काम करें।