कोरबा-पाली के पटपरा में उप सरपंच धनसिंह की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद की गई थी. प्रथम दृष्टया यह मामला हत्या का प्रतीत हो रहा था लिहाजा पुलिस ने कड़ियों को आपस मे पिरोना शुरू किया. उन्होंने मृतक के मोबाइल कॉल डिटेल्स भी निकाले जिससे यह साफ हो गया कि उपसरपंच धनसिंह ने आत्महत्या नही की थी बल्कि तीन लोगों ने साजिश के तहत उसे मौत के घाट उतारा है. इनमे एक पुरुष जबकि दो महिलाएं शामिल है. तीनो को गिरफ्तार कर लिया गया है.
मृतक और आरोपी का एक-दूसरे की बीवी से थे सम्बंध.
इस बारे में बताया गया कि कत्ल का मुख्य आरोपी गाँव का पूर्व सरपंच गुलाब सिंह उर्फ बल्लू ही है. बल्लू डेढ़ दशक पहले गांव का सरपंच हुआ करता था. तब इसके अवैध संबंध मृतक धनसिंह के पत्नी कविता से स्थापित हो गए थे. दोनो के बीच अक्सर संबंध बनते थे. यह बात पिछले महीने जब धनसिंह को मालूम हुई तो उसने भी जैसे को तैसा की रणनीति बनाकर आरोपी गुलाब सिंह की पत्नी लक्ष्मीन बाई को प्रेमजाल में फंसा लिया. बता दे कि लक्ष्मीन इस हत्या की दूसरी आरोपी है. लक्ष्मीन के साथ गलत सम्बन्ध बनाने धनसिंग ने अपनी ही पत्नी कविता की मदद ली. इसके बाद धनसिंह भी आरोपी की पत्नी के साथ अवैध संबंध बनाता था.
मृतक की आरोपी की प्रेमिका पर भी थी बुरी नियत.
वही इसके अलावा गुलाब जो मुख्य आरोपी है उसका गांव की एक अन्य महिला से भी शारीरिक संबंध थे. इस महिला का नाम उर्मिला बाई है. उर्मिला इस हत्या की तीसरी साजिशकर्ता भी है और कत्ल के दौरान वह भी मौजूद थी. उर्मिला मृतक धनसिंह की मुहबोली चाची है. मृतक को जब यह बात पता चली की गुलाब उसका प्रेमी है तो वह भी अपनी इस चाची उर्मिला के साथ संबंध बनाना चाहता था. लेकिन यह बात उसके प्रेमी गुलाब को मालूम चल गई और फिर उसके बाद धनसिंह से बदला लेने के एक मजबूत प्लान बनाया गया.
शारीरिक सम्बंन्ध का लालच देकर बुलाया मृतक को.
इसके बाद हत्या की शाम को मोबाइल फोन से धनसिंह को फोन किया गया. यह फोन खुद धनसिंह के फोन से गुलाब की प्रेमिका और धनसिंह की चाची उर्मिला ने उसे किया था. उर्मिला ने उसे लक्ष्मीन के साथ सम्बन्ध बनाने का लालच दिया था. वही धनसिंह इस साजिश को समझ नही पाया और हवस की आग लिए वह बताए गए पते पर पहुंचा. यहां उसकी मुलाकात लक्ष्मीन से हुई. फिर दोनों मौके पर ही सम्बन्ध बनाने लगे. लेकिन यह पूरा माजरा उर्मिला और उसका प्रेमी गुलाब छिपकर देख रहे थे. मौका मिलते ही लक्ष्मीन ने उन्हें इशारा किया और फिर तीनों ही उसपर टूट पड़े.
सम्बन्ध बनाते वक्त मृतक पर टूट पड़े तीनो हत्यारे.
उन्होंने धनसिंग के नाजुक अंग को कसकर पकड़कर ऐंठ दिया जिससे उसकी मौत हो गई. योजना के मुताबिक तीनों ने इस मौत के बाद धन सिंह के लाश को घसीट कर पेड़ के पास लाया और फिर उसके गले में नायलॉन की रस्सी बांधकर उसे पेड़ पर लटका दिया लाश को इस तरह से ठिकाने लगाने के बाद तीनों वापस लौट गए इस तरह यह पूरा मामला उन्होंने पूरे मामले को उन्होंने आत्महत्या की शक्ल देने की भरसक कोशिश की लेकिन पुलिस की जांच और मौके पर मिले सबूत ने उनके इस पूरी साजिश को फेल कर दिया उड़ कर रख दिया पुलिस ने हत्या के आरोप में गुलाब सिंह उर्फ बल्लू पिता मनभरण सिंह (45), लक्ष्मीन बाई पति गुलाब सिंह (39) व उर्मिला बाई पति बाबूसिंह (35) को हिरासत में ले लिया है. पूछताछ के बाद तीनो को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
टूटी चूड़ियों ने पुलिस को पहुंचाया कातिलों तक.
लाश का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद पुलिस ने मौके का भी मुआयना किया था. उन्होंने इसके लिए डाग स्क्वायड और दूसरे फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मदद ली थी खेत जहां पानी भरा हुआ था. वहां पर लाश को घास इतने के निशान साफ साफ नजर आ रहे थे. इसके अलावा मौके पर टूटी हुई चूड़ियों के टुकड़े भी बरामद हुए थे. पुलिस का माथा यह देखकर ही ठनक गया कि आखिर मौत वाली जगह पर चूड़ियां कैसे आ सकती हैं. इसके अलावा मृतक को जिस रस्सी से लटकाया गया था उस रस्सी में घास लगी हुई थी. उसकी टी-शर्ट पर भी मिट्टियों के निशान थे. इसके अलावा मृतक धन सिंह के गुप्तांग से भी खून बाहर आ रहा था. पोस्टमार्टम में भी यह बात साफ हो चुकी थी कि मृतक धन सिंह ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसे अलग-अलग तरीकों से मौत के घाट उतारा गया है.
(ज़िला संवाददाता उत्सव यादव कोरबा छत्तीसगढ़)