पाकिस्तान के प्रधानमंत्री काकड़ ने मिस यूनिवर्स इवेंट को मुल्क के खिलाफ साजिश बताया, आखिर क्यों?

मालदीव में 14 सितंबर को मिस यूनिवर्स पाकिस्तान का खिताब जीतने वाली एरिका रॉबिन और इस इवेंट के खिलाफ जांच होगी। पाकिस्तान के केयरटेकर प्राइम मिनिस्टर अनवार-उल-हक काकड़ ने इंटेलिजेंस एजेंसी ISI को इन्वेस्टिगेशन के ऑर्डर दिए हैं।
24 साल की एरिका रॉबिन क्रिश्चियन हैं। उन्होंने 14 सितंबर को मालदीव में मिस यूनिवर्स पाकिस्तान का खिताब जीता था। वो नवंबर में अल साल्वाडोर में होने वाले मिस यूनिवर्स 2023 में पाकिस्तान को रिप्रेजेंट करेंगी। इस ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लेने वाली एरिका पहली पाकिस्तानी हैं।
इस इवेंट को दुबई की कंपनी यूजेन ग्रुप ने ऑर्गनाइज किया था। इसी ग्रुप ने बहरीन और इजिप्ट में भी यह इवेंट ऑर्गनाइज किया था। पाकिस्तान के कई रिलीजियस लीडर्स और खुद प्रधानमंत्री काकड़ इस इवेंट को मुल्क के खिलाफ साजिश बता रहे हैं।
पाकिस्तान सरकार के रवैये और मजहबी नेताओं के विरोध के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। पहला- क्या एरिका मिस यूनिवर्स 2023 में हिस्सा ले पाएंगीं? अगर वो हिस्सा लेती भी हैं तो क्या पाकिस्तान का नाम और नेशनल फ्लैग इस्तेमाल कर पाएंगीं? अगर ऐसा हुआ भी तो क्या मुल्क लौटने के बाद वो महफूज रह पाएंगीं? कराची की रहने वाली एरिका पेशे से मॉडल हैं।
मिस यूनिवर्स ब्यूटी पेजेंट हर साल अलग-अलग देशों में ऑर्गनाइज किया जाता है। मेन इवेंट के पहले हर देश में इंटरनल ब्यूटी कॉन्टेस्ट होता है। इसको जीतने वाली लड़की मेन इवेंट में अपने देश को रिप्रेजेंट करती है। यही इवेंट पाकिस्तान में विरोध के डर से मालदीव में ऑर्गनाइज किया गया था और एरिका ने यहां अवॉर्ड जीता था।
24 साल की एरिका के अलावा हीरा इनाम, जेसिका विल्सन, मालिका अल्वी और शबरीना वसीम ने भी मालदीव में हुए ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लिया था। इन लड़कियों के खिलाफ जांच होगी या नहीं, यह अभी साफ नहीं है।
इस इवेंट के बाद पाकिस्तान के मजहबी नेता विरोध पर उतर आए हैं। इस्लामिक स्कॉलर तकी उस्मानी ने कहा- सबसे पहले तो सरकार को इस इवेंट के ऑर्गनाइजर्स के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। हम ये कभी नहीं कबूल नहीं करेंगे कि इस तरह के इवेंट्स में कोई लड़की पाकिस्तान के नाम पर शिरकत करे। एक पॉलिटिशियन मुश्ताक अहमद खान ने कहा- किसने यह शर्मनाक इवेंट होस्ट किया? उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
प्राइम मिनिस्टर काकड़ ने खुफिया एजेंसी से यह पता लगाने को कहा है कि ऑर्गनाइजर्स को पाकिस्तान का नाम इस्तेमाल करने की मंजूरी किसने दी? यह इवेंट शर्मनाक था और यह पाकिस्तान की महिलाओं का गलत इस्तेमाल और बेइज्जती है।

एक महीने पहले जकार्ता में मिस इंडोनेशिया 2023 इवेंट होस्ट किया गया था। इसमें हिस्सा लेने वाली 6 कंटेस्टेंट्स ने ऑर्गनाइजर्स पर सेक्शुअल असॉल्ट के गंभीर आरोप लगाए थे। विक्टिम्स ने एकजुट होकर पुलिस और फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के पास इसकी शिकायत दर्ज कराई।
यह ब्यूटी पेजेंट राजधानी जकार्ता में 29 जुलाई से 3 अगस्त के बीच कराया गया था। इसमें हिस्सा लेने वाली 6 लड़कियों का आरोप है कि उन्हें एक अलग कमरे में ले जाया गया और वहां 20 लोगों के सामने टॉपलेस होने को कहा गया। उनके फोटो लिए गए और वीडियो बनाए गए।
यह मामला सामने आने के बाद इंडोनेशिया की सियासत में भी बवाल मच गया। इंडोनेशिया की आबादी करीब 28 करोड़ है और यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी आबादी वाला मुल्क है। इंडोनेशिया में ही दुनिया के सबसे ज्यादा मुसलमान रहते हैं।
मिस यूनिवर्स इंडोनेशिया ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेने वाली 6 लड़कियों का आरोप है कि ऑर्गनाइजर्स ने फिजिकल एग्जामिनेशन को बहाना बनाया। उनसे कहा गया कि टॉपलेस होकर ब्यूटी चेक करवाना होगा। इसके लिए उन्हें एक अलग कमरे में ले जाया गया। यहां 20 लोग मौजूद थे। इनमें से ज्यादातर पुरुष थे। पांच लड़कियों को एक ही बार में टॉपलेस होने को कहा गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इन पांचों लड़कियों को टॉपलेस होना पड़ा और ऑर्गनाइजर्स ने बाद में इनके फोटोग्राफ भी लिए। उस कमरे में मौजूद एक महिला ने इसकी पुष्टि भी की है। अब यह फोटोग्राफ कुछ मीडिया हाउस के हाथ लग चुके हैं और इन्हें फेस ब्लर करने के बाद जारी भी किया गया है।
अल सल्वाडोर में होगा मिस यूनिवर्स 2023 इवेंट
जिस इवेंट को लेकर इंडोनेशिया और पाकिस्तान में बवाल मच रहा है, वो पहले ही काफी विवादों में रहा है। यही वजह है कि इंडोनेशिया का एक बड़ा वर्ग इस तरह के ब्यूटी पेजेंट्स के खिलाफ आवाज उठाता है।
इस बार इंडोनेशिया में जिस कॉन्टेस्ट को लेकर विवाद हुआ है, उसे मुथिया रेचमन ने जीता। रेचमन अब मिस यूनिवर्स 2023 में इंडोनेशिया को रिप्रेजेंट करेंगी। मिस यूनिवर्स 2023 इवेंट अल सल्वाडोर में साल के आखिर में होगा।
इस इवेंट से अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की कंपनी भी जुड़ी रही है। 1996 से 2002 तक यह इवेंट ट्रम्प की कंपनी ने ही कराया था।
पहली बार मिस यूनिवर्स कॉन्टेस्ट 1952 में ऑर्गनाइज किया गया था।