सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में शुरुआती 100 दिनों के कामकाज का लेखाजोखा देते हुए सरकार के विभिन्न कार्यों का उल्लेख किया। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पाक की बौखलाहट की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई होने पर पाकिस्तान कई देशों के पास गया, लेकिन पूरी दुनिया इस मामले में भारत के साथ खड़ी है। इस दौरान जावड़ेकर ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के सरकार के फैसले को महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में सबसे बड़ा फैसला अनुच्छेद 370, 35 ए और जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने को लेकर हुआ है। आज 35 दिन हो चुके हैं और कुछ छिटपुट घटनाएं को छोड़ दें तो हालात सामान्य हैं।
‘लंबा नहीं चलेगा मंदी का दौर, चिंता की कोई बात नहीं’
अर्थव्यवस्था की सुस्ती के सवाल पर कहा कि विश्वव्यापी स्तर पर आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है। इसका क्षणिक असर सभी देश की अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ता है, लेकिन भारत में घरेलू बाजार की मजबूती मंदी को प्रभावी नहीं होने देगी।
जावड़ेकर ने आर्थिक विकास की गति में गिरावट को वैश्विक आर्थिक मंदी का नतीजा बताते हुए कहा कि यह दौर लंबा नहीं चलेगा क्योंकि घरेलू बाजार की स्थिति बेहतर है और सरकार स्थिति को संभालने के लिए सजगता से सक्रिय है, इसलिये चिंता की कोई बात नहीं है।
‘आर्थिक मोर्चे पर देश में हायतौबा के हालात नहीं’
जावड़ेकर ने कहा, समय समय पर उत्पन्न होने वाली वैश्विक मंदी भारत की विकास गति को रोक नहीं सकेगी। भारत की तरक्की पिछले पांच सालों में सात फीसदी की रही और हमें पूरा विश्वास है कि आगे भी ये जारी रहेगी। आर्थिक मोर्चे पर देश में हायतौबा वाली स्थिति नहीं है। हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत है।
उन्होंने दलील दी कि, देश में निवेश आ रहा है, अधिकतम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की स्थिति हम देख रहे हैं। साथ ही घरेलू बाजार में मांग भी बेहतर है। कभी कभी कुछ बाधाएं आती हैं, क्योंकि वैश्विक स्तर पर मंदी का दौर चल रहा है जो कि घरेलू बाजार पर असर डालता है। यह अस्थायी दौर होता है, इसलिये हमें बहुत अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार पूरी सजगता से सक्रिय है। जो भी जरूरी तात्कालिक कदम उठाए जाने चाहिए, सरकार वो कदम उठा रही है।
राहुल गांधी पर भी जावड़ेकर ने कसा तंज
आर्थिक विकास की कमजोर पड़ी गति का हवाला देकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा सरकार की 100 दिन की उपलब्धियों पर किए गये कटाक्ष पर जावड़ेकर ने कहा, जो 100 में से 90 दिन बाहर रहे हों, उनकी बात पर मैं क्या कहूं।
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री जी का 15 अगस्त को दिया गया भाषण और लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर दिया गया भाषण और संसद से पारित हुए कानूनों के बाद जिस तरह से स्थिति में जबरदस्त तरीके से बदलाव आया है और नियमों का अमल हुआ है यह गति कांग्रेस ने शायद कभी देखी नहीं थी। इसलिए उनके (राहुल गांधी) बयान पर मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं है।
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