लखनऊ में इंदिरानगर तकरोही स्थित प्रीति कॉम्प्लेक्स में पेंट की दुकान में गुरुवार रात आग लग गई। आग से उसके ऊपर दूसरी मंजिल पर रहने वाले आयकर इंस्पेक्टर और उनके भाई का परिवार फंस गया। चीख पुकार सुन आसपास के लोग घरों से निकल आए। दमकल कर्मियों ने सीढ़ी के सहारे आग की लपटों के बीच चार बच्चों समेत आठ लोगों को बचाया। तीन दमकल ने दो घंटे की मशक्कत के बाद को बुझा लिया।
इंदिरानगर के तकरोही में अम्बेडकर चौराहे के पास प्रीती कॉम्प्लेक्स के ग्राउंड फ्लौर पर पेंट की दुकान है। जिसमें गुरुवार रात आग लग गई। देखते ही देखते ही आग की लपटें ऊपरी मंजिल पर पहुंच गई।
इससे दूसरे मंजिल पर कॉम्प्लेक्स के मालिक गया प्रसाद का परिवार रहता है। गया प्रसाद के बेटे ओमप्रकाश ने बताया कि नवल सिंह यादव भूतल पर किराए पर पेंट की दुकान चलाते हैं। नवल शाम करीब 7:30 बजे दुकान बंद कर घर चले गए।
रात 9 बजे के बाद दुकान से आग की लपट निकलने लगी। दमकल कर्मियों को आग की सूचना दी ही गई थी कि कुछ ही देर बाद आग दूसरे मंजिल तक पहुंच गई। जिससे बाहर वाला कमरा जलने लगा। दूसरे मंजिल पर मौजूद भाई आयकर विभाग में इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार (32) और पत्नी कीर्ति (26), बच्चे धैर्य (4), आरुष (1) के साथ ममता (28), आव्या (4), सोना (2) और भतीजा अरुण (19) आग की लपटों के बीच फंस गए। सीढ़ी पर आग की लपटे होने से कोई बाहर नहीं निकल सका। सूचना पर कुछ ही देर में इन्दिरानगर फायर स्टेशन से और चिनहट से एक दकमल मौके पर पहुंच गई।
दमकल कर्मियों के मुताबिक दुकान में पेंट भरा होने से आग तेजी से फैली। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पाया जा सका। शुरुआती जांच में शार्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आ रही है।
एफएसओ इंदिरानगर के मुताबिक दुकान में लगी आग की लपटें ऊपर फ्लैट तक पहुंच गई थी। दूसरे मंजिल पर फंसे परिवार की चीख पुकार सुनकर दमकल कर्मी अलर्ट हो गए। उन्होंने सीढ़ी के सहारे आग में फंसे ओमप्रकाश और अखिलेश कुमार के परिवार के आठ लोगों को बाहर निकाला।