कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक (CWC Meeting) में मची खींचतान के बीच AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुलाम नबी आजाद पर करारा तंज कसा है। ओवैसी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद जब कभी हैदराबाद आते थे तो मुझ पर और मेरी पार्टी पर इल्जाम लगाते कि आप भाजपा का साथ दे रहे हैं। वह कहते थे कि हम भाजपा की ‘बी’ टीम हैं। आज उनकी पार्टी के राहुल गांधी ने उन्हें कहा है कि आपने पार्टी लेटर पर साइन करके भाजपा का साथ दिया… गुलाम नबी आजाद को अब सोचना पड़ेगा कि कब तक करेंगे कांग्रेस की गुलामी…
ओवैसी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद पिछले 45 वर्षों से कांग्रेस पार्टी में हैं। आज उनके नेता खुद उन पर आरोप लगा रहे हैं कि वह भाजपा का साथ दे रहे हैं। खुद गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से कहा कि यदि मैं भाजपा से मिला हूं तो इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। इससे यह बात साबित हो गई है कि यदि आप कांग्रेस पार्टी की लीडरशिप का विरोध करते हैं तो आपको भाजपा से मिलाया जाता है। अब तो सोचना पड़ेगा उन मुस्लिम नेताओं को जो कांग्रेस पार्टी में अपना वक्त जाया कर रहे हैं। जब आप पर इल्जाम लग रहे हैं तो कब तक ऐसी गुलामी करते रहेंगे।
दरअसल, कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) बैठक से पहले कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद समेत 23 वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर उनसे पूर्णकालिक अध्यक्ष की जिम्मेदारी लेने या फिर इसके लिए चुनाव कराए जाने की मांग की थी। सोमवार को बैठक के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 23 नेताओं द्वारा सोनिया गांधी को लिखी गई चिट्ठी का मुद्दा उठाया। उन्होंने इन पार्टी नेताओं पर भाजपा से मिलीभगत के आरोप लगाए। इसके बाद गुलाम आजाद ने कहा कि अगर वह किसी भी तरह से भाजपा से मिले हुए हैं तो वह अपना इस्तीफा दे देंगे। ओवैसी ने इसी मसले को लेकर गुलाम नबी पर निशाना साधा है।