संसद के मानसून सत्र का दूसरा सप्ताह आज खत्म हो जाएगा लेकिन कामकाज सुचारु होने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। संसद के दोनों सदनों को मिलाकर पिछले आठ सत्रों में बमुश्किल नौ घंटे का कामकाज हुआ है। विपक्ष ने पेगासस, कृषि कानूनों और अन्य मुद्दों पर संसद में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसके कारण पिछले कुछ दिनों में दोनों सदन कई बार स्थगित हो चुके हैं।
गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में हंगामा करने वाले सांसदों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो मुझे सदन की मर्यादा बनाए रखने के लिए उन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। सदन के कुछ सदस्य ऐसी घटनाओं को दोहरा रहे हैं जो संसद के नियमों के विरुद्ध हैं।
पिछले दिनों संसद में भारतीय विमानपत्तन आर्थिक नियामक प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, 2021 और अंतर्देशीय पोत विधेयक, 2021 लोकसभा में बिना बहस के पारित हो गए। राज्यसभा की बात करें तो फैक्टरिंग विनियमन (संशोधन) विधेयक, 2021 भी उच्च सदन में पारित हो गया।
हींबुधवार को लोकसभा ने दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता (संशोधन) विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया जबकि किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल एवं संरक्षण) संशोधन विधेयक राज्यसभा में पारित हो गया।