पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी विश्वनाथ की स्मारक के चौक पर स्थित अटल बिहारी बुद्ध फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत उत्तर प्रदेश के कई समर्थकों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत से पहले यहां मुख्यमंत्री ने अटल बिहारी प्रतिमा की प्रतिमा का अनावरण किया। इस कार्यक्रम के मुख्य संयोजक ब्रजेश पाठक, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, तकनीकी शिक्षा मंत्री और अपने दल के नेता आशीष पटेल, नोएडा के महापौर समीर खर्कवाल के इसके अलावा बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी के नेता मौजूद हैं। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्तर के थिएटर का एक कवि सम्मेलन भी आयोजित किया गया। अटल बिहारी तीसरे के साथ काम करने वाले कुछ बुजुर्गों को सम्मानित किया गया।
जहां सीएम योगी ने कहा कि ‘हिंदू तन मन, हिंदू जीवन, रग मेरा…. हिंदुओं के प्रति ऐसी कविता लिखने का सामर्थ्य केवल अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेता में ही था। अटल बिहारी वाजपेयी ने अंत्योदय की बात की तो देश को एकजुट रखने के लिए उन्होंने हर तरह का त्याग किया। हम आज उन्हीं की बताई हुई प्रेरणा पर चल रहे हैं, जिससे समाज के सबसे पिछड़े वर्ग को भी लाभ हो रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘अटल बिहारी वाजपेयी एक संवेदनशील इंसान के तौर पर जाने जाते थे। अटल बिहारी वाजपेयी ने किसी भी व्यक्ति के प्रति अपनी कड़वाहट को कभी सार्वजनिक नहीं किया। उनकी स्मृतियां आज पुण्यतिथि पर भी हम सभी के मन में हैं। नए राजनेताओं को संवेदनशील बनने के लिए अटल जी से प्रेरणा लेनी होगी. उनके नाम पर लखनऊ में मेडिकल यूनिवर्सिटी बनाई जा रही है।’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘आज हम अटल जी की बताई हुई प्रेरणा पर चल रहे हैं। गरीब को मुफ्त राशन मिल रहा है. हर घर में चूल्हा पहुंचा है। जातिवादी राजनीति पर अपनी रोटियां सेकने वालों से पूछा जाना चाहिए। गरीब को मकान मिल रहा है क्या उसकी जाति पूछी गई थी। सुरक्षा और शौचालय पाने वाले की जाति क्या थी। आयुष्यमान भारत योजना में लाभ मिलने वाले को क्या जाति पूछी थी।’
सीएम योगी ने कहा कि ‘हर हाथ में अगर आज मोबाइल फोन पहुंचा है तो उसका श्रेय अटल बिहारी वाजपेयी को था। भारत दुनिया में सबसे अधिक मोबाइल रखने वाला देश बना है। जिसकी नींव अटल बिहारी वाजपेयी ने रखी थी। अंत्योदय की योजना अटल बिहारी वाजपेयी लेकर आए थे। ‘
इस मास पर प्रोफेसर पाठक ने कहा कि ‘अटल बिहारी बच्चों की प्रेरणा से हम आगे बढ़ रहे हैं। हमारा फाउंडेशन अटल जी के आदर्शों पर उत्थान की प्रेरणा दे रहा है। हम लगातार इसी तरह का आयोजन करते रहते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अटल जी के व्यक्तित्व के धनी थे।
वे पत्रकार भी थे, वे साइंटिस्ट भी थे, वे एक राजनेता भी थे, एक जन नेता के रूप में उनके यशस्वी दिशा निर्देश इस देश में आ रहे हैं। उन्होंने विरोधाभासी देश को एकजुट किया। जब देश की बात आई तब राजनीतिक ताकतों से लेकर उन्होंने काम किया। ‘असहमति के दौर में लोकतंत्र को अस्त-व्यस्त करने के लिए अटल जी ने जनसंघ का विलीनीकरण किया था।’