चीन की तर्ज पर किम टूरिज्म सेक्टर को प्रमोट कर रहे हैं।

नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन देश की इकोनॉमी दुरुस्त करने की कोशिश कर रहे हैं। अपने दोस्त चीन की तर्ज पर किम टूरिज्म सेक्टर को प्रमोट कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- नॉर्थ कोरिया का पहला बीच रिसॉर्ट 2024 की क्रिसमस तक शुरू हो जाएगा।
खास बात यह है कि इसके लिए ब्रिटेन समेत कई दूसरे देशों के लोगों को टूरिस्ट वीजा जारी किया जा सकता है। हां, ये बात अलग है कि इस ‘रहस्यमयी देश’ की सैर करना कितने लोग पसंद करेंगे या वहां जाने की हिम्मत जुटा पाएंगे।
किम ने 2017 में वोनसान काल्मा इलाके में इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। यह नॉर्थ कोरिया का पश्चिमी समुद्री किनारा है। तब इसका कंस्ट्रक्शन भी शुरू हो गया था। हालांकि, इसी दौरान कोरोना का दौर आया और प्रोजेक्ट बंद करना पड़ा।
अब किम ने इसे जल्द से जल्द पूरा करने के आदेश दिए हैं और वो खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इस बीच रिसॉर्ट में वॉटर पार्क, बेहतरीन होटल्स,
नॉर्थ कोरिया को करीब से समझने वाले ब्रिटिश एक्सपर्ट माइकल मेडेन कहते हैं- ब्रिटेन की फॉरेन मिनिस्ट्री भी इस मामले पर नजर रख रही होगी। मुमकिन है, कुछ वक्त बाद आप ब्रिटिश टूरिस्ट्स को इस रिसॉर्ट का लुत्फ उठाते नजर आएं। हो सकता है कि नॉर्थ कोरिया की कंपनियां टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए स्पेशल टूर पैकेज अनाउंस करें।
सवाल ये है कि इन सबके बावजूद क्या विदेशी टूरिस्ट यहां आएंगे। दरअसल, नॉर्थ कोरिया को न सिर्फ रहस्यमयी, बल्कि खतरनाक देश माना जाता है। यहां राजधानी प्योंगयांग में तो कुछ समझ नहीं आता, लेकिन देश के दूसरे हिस्सों में क्या हाल होंगे? यही सबसे बड़ा सवाल है। कुछ मिसाल ऐसी भी हैं, जब यहां टूरिस्ट गए और उन्हें छोटी-मोटी चीजों के लिए गिरफ्तार कर लिया गया।
ब्रिटेन की टूरिज्म कंपनी ल्यूपिन के चीफ जेम्स फिनेर्टी कहते हैं- मैं कई टूरिस्ट को वहां की सैर करा चुका हूं। ज्यादातर लोगों की नॉर्थ कोरिया के बारे में जो राय है, वो दुरुस्त नहीं है। इस नए रिसॉर्ट में तो चीजें बहुत ज्यादा रिलेक्स रखी जाएंगी। टूरिस्ट्स को नॉर्थ कोरिया का अंदाजा शहरों से ज्यादा इसके अंदरूनी हिस्सों में जाकर लगेगा। वो यहां के मेलों में भी जा सकेंगे।
बहरहाल, अगर गवर्नमेंट लेवल पर बात करें तो ब्रिटेन का फॉरेन ऑफिस यही सलाह देता है कि लोग नॉर्थ कोरिया की यात्रा से बचें। इसके मुताबिक- प्योंगयांग में आप शांति महसूस कर सकते हैं, लेकिन वहां सुरक्षा के हालात बहुत जल्द बदल जाते हैं और अकसर इस बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं दी जाती। लिहाजा, ब्रिटेन के लोगों को वहां न जाने की सलाह दी जाती है।
ब्रिटिश सरकार कहती है- किम जोंग उन की सरकार लगातार न्यूक्लियर और मिसाइल टेस्ट कर रही है। उसका पड़ोसी देशों से विवाद है। नॉर्थ कोरिया के एक एक्सपर्ट डॉक्टर एडवर्ड हॉवेल कहते हैं- नॉर्थ कोरिया की सीमाएं आम लोगों के लिए बंद रहती हैं। इसलिए वहां जाने के लिए बैग पैक न करें, तो अच्छा होगा। मुझे तो यह जानकर हैरानी हुई कि नॉर्थ कोरिया और किम जोंग अब टूरिज्म की बात कर रहे हैं।
एडवर्ड आगे कहते हैं- सिर्फ यह याद रखिए कि नॉर्थ कोरिया में ज्यादातर देशों की एंबेसी नहीं हैं। लिहाजा, टूरिज्म सेक्टर से पहले इन डिप्लोमैटिक मिशन्स को शुरू कराना जरूरी है।
किम इस रिसॉर्ट के जरिए डॉलर कमाना चाहते हैं। इकोनॉमी सुधारना चाहते हैं। हालांकि, एक्सपर्ट पूछते हैं कि वो टूरिस्ट को अट्रैक्ट करने के लिए क्या कदम उठाएंगे।डॉक्टर एडवर्ड आगे कहते हैं- किम इस रिसॉर्ट के जरिए डॉलर कमाना चाहते हैं। इकोनॉमी सुधारना चाहते हैं। सवाल ये है कि वो पड़ोसी और मित्र देश चीन के रास्ते पर तो चलना चाहते हैं, लेकिन क्या इसके लिए जरूरी कदम उठा पाएंगे? 2018 में किम ने पहली बार माना था कि नॉर्थ कोरिया को अगर इकोनॉमी सुधारनी है तो कुछ बुनियादी कदम हर हाल में उठाने होंगे।
एक और एक्सपर्ट कहते हैं- किम सपने तो देख रहे हैं, लेकिन क्या इन्हें हकीकत में तब्दील कर सकेंगे? दुनिया का भरोसा जीतना उनके लिए कितना आसान या मुश्किल होगा, ये तो वक्त ही बताएगा। वो इस रिसॉर्ट को स्पेन के कोस्टा ब्लांका जैसा बनाना चाहते हैं तो पहले स्पेन जैसा माहौल देना होगा। सिर्फ खूबसूरत बीच, वॉटर पार्क और होटल्स बनाने से कुछ नहीं होगा। यहां टूरिस्ट कैसे आएंगे? पहले ये सोचिए।
इस प्रोजेक्ट का 90% काम पूरा हो चुका है। कुल मिलाकर यहां 150 बिल्डिंग्स बनाई गई हैं। कहा जाता है कि किम ने इस प्रोजेक्ट के लिए चीन और रूस से मदद हासिल की है।
नॉर्थ कोरिया पर पैनी नजर रखने वाली एक्सपर्ट मायरा शेफर्ड कहती हैं- नॉर्थ कोरिया की इकोनॉमी दुनियाभर से लगी पाबंदियों के चलते तबाह हो चुकी है। दुनिया की मदद के बिना ये देश बच नहीं पाएगा। उन्हें इन्वेस्टमेंट चाहिए। चीन और रूस हमेशा मदद नहीं कर पाएंगे।