राज्‍यसभा के सभापति ने बजट सत्र के पहले दिन सांसदों के इस व्‍यवहार पर जताई आपत्ति,

संसद के बजट सत्र की सोमवार से शुरुआत हो गई। बजट सत्र के पहले दिन केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कोरोना महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई, कृषि उत्पादों की रेकार्ड खरीद, महिला सशक्तिकरण के दिशा में प्रयासों और आंतरिक सुरक्षा में सुधार जैसे अनेक कदम गिनाए। यही नहीं पहले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आर्थिक सर्वेक्षण (2021-22) सदन के पटल पर रखा गया। इसके साथ ही राज्‍य सभा के सभापति ने सांसदों से एक अपील भी की….

राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सदन के सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि वे बैठने की नई व्यवस्था का पालन करें और कोरोना की नई लहर के बीच हर हाल में एक-दूसरे के समीप बैठने से बचें। सामान्य दिनों में पहले की व्यवस्था के विपरीत सदस्यों के बैठने के लिए राज्यसभा और लोकसभा कक्षों के साथ-साथ दोनों सदनों की दीर्घाओं में नई व्यवस्था तय की गई है। बैठने की यह व्यवस्था पहली बार संसद में तब लागू की गई थी जब 2020 में पूरे देश में कोरोना महामारी फैल गई थी।

संसद के मानसून सत्र में बैठने की व्यवस्था में ढील दी गई थी लेकिन कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए इसे फिर से शुरू किया गया है। राज्यसभा के सभापति का यह अनुरोध सोमवार को संसद के बजट सत्र की पहली बैठक के दौरान आया।

एम. वेंकैया नायडू ने कहा- मैं सदस्यों से अनुरोध करना चाहता हूं कि वे आवंटित सीट पर ही बैठें। मैंने पहले ही महासचिव से विभिन्न दलों के नेताओं से बात करने के लिए कहा है ताकि उनके सदस्यों को इस व्‍यवस्‍था के बारे में सूचित किया जा सके। आज भी मैंने कुछ सदस्यों को पास बैठे देखा। इसे किसी भी कीमत पर टाला जाना चाहिए। राज्यसभा के सभापति ने कहा कि इस सत्र के लिए राज्यसभा चैंबर, राज्यसभा गैलरी और लोकसभा चैंबर में प्रत्येक दल के लिए सीटें निर्धारित की जा चुकी हैं।
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संसद के बजट सत्र के पहले दिन सोमवार को ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के अभिभाषण के दौरान विभिन्न दलों के सांसदों को कोविड संबंधी प्रोटोकाल का उल्लंघन करते हुए देखा गया।

पहली दो पंक्तियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, शीर्ष केंद्रीय मंत्री और विभिन्न पार्टियों के सदन के नेता बैठे हुए थे और इन दोनों पंक्तियों में शारीरिक दूरी के नियम का पालन किया लेकिन तीसरी पंक्ति और उसके पीछे कई सांसदों ने कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं किया। इनमें कई केंद्रीय मंत्री शामिल थे। केंद्रीय कक्ष की कुछ बेंचों पर जहां पांच लोगों के बैठने की जगह थी, वहां सात सांसद बैठे दिखे। कई सांसदों को बातें करते हुए भी देखा गया और उनमें से कुछ ने अपने मास्क भी हटा लिए थे।
मालूम हो कि कोविड की तीसरी लहर के चलते सांसदों के लिए केंद्रीय कक्ष की गैलरी के साथ-साथ लोकसभा और राज्यसभा के चैंबरों में बैठने की व्यवस्था की गई है। यही नहीं, राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही भी दो पालियों में चलेगी। राज्यसभा की बैठक सुबह होगी और लोकसभा की शाम को होगी।