इजराइली सेना ने कहा कि 7 अक्टूबर को हमास तीन सैनिकों को बंधक बनाकर गाजा ले गया था। इन तीनों सैनिकों की मौत हो गई है। सेना ने कहा कि हमें जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक इन सैनिकों की 7 अक्टूबर को ही मौत हो गई थी। इनके शव हमास के पास ही हैं। जंग में अब तक 395 सैनिक मारे जा चुके हैं।
इधर, सीजफायर के 5वें दिन हमास ने 10 इजराइली और दो थाई बंधकों को रिहा किया। इजराइल भी 30 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया। इनमें 15 महिलाएं और 15 बच्चे थे। सीजफायर लगने से अब तक पांच दिन में हमास ने 81 बंधकों को छोड़ा है। वहीं, इजराइल ने इससे पहले तक अपनी जेलों से 150 फिलिस्तीनियों को रिहा किया है। इनमें 50 इजराइली बंधक और 19 विदेशी नागरिक शामिल हैं।
इजराइल डिफेंस फोर्स के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने कहा- हम दोबारा हमले करने के लिए तैयार हैं। सीजफायर के दौरान हमने अपने सैनिकों को जंग के लिए तैयार कर लिया है। 7 अक्टूबर को हमसे कुछ गलतियां हुईं। खुफिया एजेंसी फेल हुईं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। हमने नए बैटल प्लान को मंजूरी दे दी है।
बंधकों के चौथे बैच में 12 साल का ईटन याहलोमी भी आजाद हुआ। उसकी रिश्तेदार ने कहा कि हमास ने ईटन को 7 अक्टूबर को किए गए हमले के वीडियो देकने को मजबूर किया। उन्होंने कहा- ईटन ने हमें बताया कि कैद में जब भी कोई बच्चा रोता था तो हमास उन्हें बंदूकें दिखाकर चुप करा दिया जाता था। आतंकियों ने ईटन को हिंसा के ऐसे वीडियो दिखाए जो कोई भी नहीं देख सकता है। वो राक्षस हैं।
ईटन के पास इजराइल और फ्रांस की सीटिजनशिप है। हमास ने ईटन के साथ उसकी, मां और दो बहनों को भी पकड़ा था। सभी गाजा पहुंचने से पहले ही कैद से भाग गए थे, लेकिन ईटन नहीं भाग पाया और हमास आतंकी उसे गाजा ले गए थे। ईटन के पिता अब भी हमास की कैद में हैं। उन्हें 7 अक्टूबर को गोली भी लगी थी।
इजराइली सेना ने कहा- नॉर्थ गाजा में हमारे सैनिकों पर 3 बमों से हमला हुआ। कुछ सैनिक घायल हुए। हमास ने उन पर हमला किया। ये सीजफायर का उल्लंघन है। इसके पहले हमास ने इजराइल पर सीजफायर के उल्लंघन का आरोप लगाया था। हमास ने कहा था कि इजराइल वेस्ट बैंक मेंगोलीबारी कर रहा है और गाजा में मदद नहीं पहुंचने दे रहा है।
हमास की कैद से आजाद हुई 9 साल की एमिली के पिता ने कहा- मेरी बेटी बहुत डरी हुई है। वो रात को सो नहीं पाती। रोती रहती है। धीमी आवाज में कुछ कहती रहती है। उसे लगता है कि वो एक साल से हमास की कैद में थी। उसे ठीक होने में समय लग जाएगा।
इजराइली इंटेलिजेंस एजेंसी मोसाद के चीफ डेविड बार्निया 27 नवंबर को कतर पहुंचे। इजराइल और हमास के बीच कतर मध्यस्थता करवा रहा है। जंग शुरू होने के बाद बार्निया तीसरी बार कतर पहुंचे हैं। इस दौरान वो अमेरिका खुफिया एंजेसी CIA के डायरेक्टर विलियम बर्न्स से मुलाकात करेंगे। मोसाद चीफ बार्निया सीजफायर बढ़ाने और सभी बंधकों की आजादी को लेकर बात करेंगे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि अगर गाजा में हेल्थ और सैनिटेशन सिस्टम ठीक नहीं हुआ तो गाजा पट्टी में बमबारी से ज्यादा लोग बीमारी से मर सकते हैं। दरअसल, इजराइल ने सीजफायर से पहले गाजा को होने वाली बिजली-पानी की सप्लाई रोक दी थी। NGO ऑक्सफैम और यूनाइटेड नेशन एजेंसी ने चेतावनी दी थी कि गाजा में पानी-बिजली रोक देने से हैजा जैसी जानलेवा बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाएगा।
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।