इजराइली सेना ने 15 दिसंबर को गाजा में अपने ही तीन नागरिकों को गोली मार दी। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। इन तीनों नागरिकों को हमास ने 7 अक्टूबर को बंधक बनाया था।
इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा- हम इस घटना की जिम्मेदारी लेते हैं। गाजा सिटी के शिजैया इलाके में एक ग्राउंड ऑपरेशन के दौरान सैनिकों को लगा कि ये लोग उनके लिए खतरा हैं। गोली मारने के बाद जब शवों के पास पहुंचे तो मारे गए लोगों की पहचान के बारे में संदेह हुआ। बाद में पता चला कि वो इजराइल के ही नागरिक हैं।
IDF के स्पोक्स पर्सन हगारी ने कहा- गाजा में एलोन शमरिज, योतम हैम और समेर अल-तलालका की मौत हो गई। हमें लगता है कि वो हमास की कैद से बचकर भागे थे। 7 अक्टूबर को शुरू हुई जंग में अब तक गाजा के 18 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। वहीं, हमास के हमले में 1200 इजराइली मारे गए।
तेल अवीव में बंधकों की सुरक्षित वापसी को लेकर इजराइली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि सरकार को सभी बंधकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
तेल अवीव में बंधकों की सुरक्षित वापसी को लेकर इजराइली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि सरकार को सभी बंधकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
लाल सागर में जहाजों पर हूतियों के हमले बढ़ रहे हैं। इन्हें देखते हुए डेनमार्क और जर्मनी की दो बड़ी शिपिंग कंपनियों ने लाल सागर में अपने जहाज न भेजने का फैसला किया है। ये हमले फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता और इजराइली हमले के विरोध में किए जा रहे हैं।
लगातार हो रहे इजराइली हमलों के चलते गाजा में मदद नहीं पहुंच पा रही है। लोगों के पास खाना और सिर ढकने के लिए छत तक नहीं है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक इजराइल ने गाजा में मदद पहुंचाने के लिए अपना एक बॉर्डर खोलने का फैसला किया है। इजराइल ने कहा- अब जरूरत का सामान केरेम शालोम सीमा से होते हुए गाजा पहुंच सकेगा। केरेम शालोम साउथ गाजा से लगने वाली इजराइली सीमा है।
शुक्रवार को हुए इजराइली हमले में अल जजीरा के पत्रकार वाएल अल दहदौह की मौत हो गई। उन्हें नासर अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इजराइली सेना गाजा में कब्रिस्तानों को भी तबाह कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया कि इजराइली टैंकों ने शाजाये शहर के ट्यूनीशियाई कब्रिस्तान, जबलिया के अल-फलूजा कब्रिस्तान समेत 6 कब्रिस्तानों को तबाह कर दिया।
इसकी सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। इनमें कब्रों को रौंदते हुए निकले इजराइली टैंकों के निशान दिखाई दे रहे हैं। जंग में अब तक गाजा के 19 हजार लोग मारे जा चुके हैं। गाजा में कब्रिस्तानों में जगह नहीं होने के चलते सामूहिक कब्रगाह बनाए जा रहे हैं।
अमेरिका में एक 51 साल के टीचर बेंजामिन रीज को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने 3 मुस्लिम छात्राओं को गला काटने की धमकी दी थी। अमेरिकी एक स्टूडेंट को कार से घसीटने की भी चेतावनी दी थी। वीडियो में टीचर स्टूडेंट्स का हॉल में पीछा करते हुए और फिर उन्हें धमकी देते हुए दिखाई दे रहा है। कतरी मीडिया हाउस अलजजीरा के मुताबिक स्टूडेंट्स ने टीचर से पूछा था कि क्लास के बाहर इजराइल का झंडा क्यों लगा है। इस पर टीचर नाराज हो गया था।
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।