कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर दहशत के बीच दुनिया के कई मुल्कों में मामले बढ़ रहे हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि अफ्रीका, पश्चिमी प्रशांत और यूरोपीय क्षेत्रों में कोरोना के मामले के बढ़े हैं। यही नहीं अफ्रीका में कोरोना संक्रमितों की संख्या में 93 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम घेब्रेयसस ने बुधवार को कहा कि अब तक कम से कम डब्ल्यूएचओ के छह क्षेत्रों के 23 देशों ने कोरोना के इस वैरिएंट के मामलों की सूचना दी है। आशंका है कि इस वैरिएंट की मौजूदगी वाले देशों की संख्या में और इजाफा होगा।
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि तेजी से रूप बदल रहा ओमिक्रोन कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल सकता है। भविष्य में इससे संक्रमण बढ़ने का भी खतरा है। यही नहीं इसकी वजह से कुछ क्षेत्रों में गंभीर नतीजे देखने को मिल सकते हैं। डब्ल्यूएचओ इस वायरस के खतरे और वैक्सीन से मिलने वाली प्रतिरक्षा को बेअसर करने की इसकी क्षमता का पता लगाने में जुट गय है। डब्ल्यूएचओ ने अपने सभी 194 सदस्य देशों से टीकाकरण में तेजी लाने की सलाह दी है।
ओमिक्रोन के बारे में अभी तक यह माना जा रहा था कि यह सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को सामने आया। नीदरलैंड और कुछ अन्य देशों में मिले मामलों से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि यह वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका से बहुत पहले ही यूरोप में पहुंच गया था। यही सबसे बड़ी चिंता का कारण है, क्योंकि यात्रा पाबंदियां अफ्रीकी देशों को लेकर लगाई जा रही हैं। इसका अंदाजा नहीं है कि यूरोप के देशों से यह अब तक कहां-कहां तक पहुंच चुका है।