मणिपुर विधानसभा चुनाव में भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की है। 60 विधानसभा सीटों में से 32 सीटें जीतकर भाजपा मणिपुर में लगातार दूसरी बार सरकार बनाने जा रही है। भाजपा और एनपीपी ने इस बार अलग-अलग चुनाव लड़ा था। एनपीपी ने 38 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे जिसमें उसने सात सीटों पर जीत दर्ज की थी।
एनपीपी अध्यक्ष और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा ने कहा कि अगर भाजपा उन्हें बुलाती है तो एनपीपी मणिपुर में भाजपा के साथ जाने के लिए तैयार है। संगमा ने कहा, ‘केंद्र में एनपीपी एनडीए की सहयोगी है। अरुणाचल में एनपीपी भाजपा को समर्थन कर रही है जबकि मेघालय में हम साथ में काम कर रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि अगर भाजपा उन्हें मणिपुर की सरकार में शामिल होने के लिए कहती है तो वह तैयार हैं। अगर वे हमें नहीं बुलाते हैं तो फिर हम देखेंगे।
गौरतलब है कि मणिपुर विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने 32 सीट, एनपीपी ने सात, जदयू ने 6, कांग्रेस और एनपीएफ ने पांच-पांच सीटों पर कब्जा किया था। इसके अलावा केपीए ने दो और तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे। बता दें कि एनपीएफ, जदयू और निर्दलीय उम्मीदवार भाजपा को समर्थन का एलान कर चुके हैं।
गौरतलब है कि 2017 में भाजपा ने 21 सीटें जीती थी। एनपीपी और एनपीएफ के चार-चार, टीएमसी के एक और एक निर्दलीय विधायक के समर्थन से भाजपा ने सरकार बनाई थी।