विगत हफ्ते भर से अधिक से ब्रिटेन जबर्दस्त पेट्रोल-डीजल के संकट से जूझ रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश भर के 26 फीसदी पेट्रोल पंप में एक भी बूंद पेट्रोल-डीजल नहीं है. मांग के सापेक्ष आपूर्ति में आई इस भारी कमी को दूर करने के लिए ब्रिटिश सेना की मदद ली जा रही है. पेट्रोल रिटेल एसोसिएशन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर गॉर्डन बाल्मर के मुताबिक महज 47 पीसदी पेट्रोल पंप पर ही पट्रोल डीजल मौजूद है. माना जा रहा है कि जब तक 65 फीसदी निजी फिलिंग स्टेशन को ईंधन की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होती, तब तक ईंधन संकट दूर नहीं होगा.
ब्रिटेन में ईंधन संकट की बड़ी वजह देश में एचजीवी ड्राइवर की कमी है. सरकार की ओर से अधिकृत आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 संक्रमण काल में 40 हजार ट्रक ड्राइवरों को निलंबित किया गया है. दूसरी ओर कहा जा रहा है कि ब्रेक्सिट समझौते के तहत लगभग 20 हजार विदेशी ट्रक ड्राइवर देश को छोड़ कर चले गए हैं. इस कारण भी ईंधन की कमी हुई है. ब्रिटेन के बिजनेस सेक्रेटरी क्वासी क्वारतेंग के मुताबिक ईंधन की कमी को दूर करने के लिए ब्रिटिश सेना की मदद ली जाएगी. सोमवार से सैनिकों की मदद से टैंकर फ्लीट को पेट्रोल पंप तक पहुंचाया जाएगा.
सरकार के मुताबिक सैन्य बल अधिकारी सोमवार से पूरे ब्रिटेन में गैरेजों तक पेट्रोल की आपूर्ति करेंगे. करीब 200 सैनिक, जिनमें महिलाएं 100 ड्राइवर शामिल हैं, स्टेशनों पर दबाव को कम करने के लिए अपनी अस्थायी सेवा देंगे. मंत्रियों ने घोषणा की है कि मार्च के आखिर तक ब्रिटेन में 300 विदेशी ईंधन टैंकर तेल की कमी को पूरा करेंगे. सरकारी बयानों के मुताबिक पेट्रोल स्टेशनों पर हालात सुधर रहे हैं बिकने से ज्यादा पेट्रोल पहुंचाया जा रहा है, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि देश के कुछ हिस्सों में स्थिति बेहद बुरी है. ज्यादातर छोटे पेट्रोल पंप सप्लाई में कमी का सामना कर रहे हैं क्योंकि ड्राइवरों ने वीकेंड के लिए अपनी गाड़ियों में पेट्रोल फुल करवा लिया है. सरकार ने कहा कि सैन्य अधिकारी फिलहाल इस बारे में प्रशिक्षित हो रहे हैं. जल्द ही देश में तेल की कमी को दूर करने के लिए सड़कों पर उतरेंगे.