सीबीआई ने वीसी विनय पाठक प्रकरण में अपनी प्राथमिक जांच पूरी कर ली है। सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ से मिले साक्ष्यों के आधार पर अब सीबीआई आरोपी, वादी और गवाहों को नोटिस देकर बयान दर्ज करेगी। साथ ही इस केस से जुड़े इंदिरा नगर थाने और एसटीएफ के विवेचकों के भी बयान लेगी।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक जांच में सबसे पहले आगरा की डॉ. भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों को बुलाया जाएगा।
जहां वीसी विनय पाठक की नियुक्ति के दौरान कमीशनखोरी के आरोप लगे। इसके बाद कानपुर की सीएसजेएमयू और एकेटीयू के कर्मचारियों को को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
यहां वीसी विनय पाठक तैनात रहे और मुकदमा दर्ज होने के बाद उन पर आरोप लगने लगे।
इंदिरा नगर थाने में डेविड मारियो ने इंदिरानगर थाने में वीसी विनय पाठक और अजय मिश्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
इसकी जांच एसटीएफ पूरी करती इससे पहले ही प्रदेश सरकार ने इसकी सीबीआई जांच की संस्तुति कर दी थी।
सीबीआई ने छह जनवरी को मुकदमा दर्ज करने के बाद एसटीएफ से साक्ष्य व कई दस्तावेज लेकर जांच शुरू कर दी।
29 अक्टूबर को इंदिरा नगर थाने में सीएसजीएमयू के कुलपति विनय पाठक और उनके करीबी अजय मिश्र के खिलाफ दर्ज इस मुकदमे की विवेचना के दौरान एसटीएफ की तीन टीमों ने कई तथ्य जुटाये थे।
सीबीआई जांच की सिफारिश होते ही एसटीएफ ने इस प्रकरण से जुड़े साक्ष्यों व बयानों की 103 पन्नों की फाइल तैयार कर ली थी। इस पूरी फाइल को भी सीबीआई को दिखा दिया गया।
दो टीमों ने शुरू की जांच सीबीआई दिल्ली की दो टीमों ने जांच शुरू कर दी है। एक टीम का नेतृत्व डिप्टी एसपी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं जबकि दूसरी टीम एक इंस्पेक्टर के नेतृत्व में साक्ष्य जुटायेगी।
इसमें एक टीम दिल्ली लौट गई है कि जो वहां के अफसरों को अब तब की प्रगति का पूरा ब्योरा देगी। उधर, दूसरी टीम ने एकेटीयू और आगरा यूनिवर्सिटी से जुड़े कई दस्तावेजों पर अपनी जांच शुरू कर दी।