इमली का नाम सुनते ही मुंह में पानी आना लाज़मी है फिर चाहें उम्र कोई भी हो. स्कूली दौर में तो ये ज़्यादातर लोगों की पसंद होती ही है लेकिन इसके आगे की उम्र के दौर में भी इमली खाने से खुद को रोकना आसान नहीं है. चटनी हो या रसम या फिर सांबर, कई तरह के व्यंजनों में भी इसका ख़ास रोल है. लेकिन क्या आपने जानते हैं कि इमली केवल स्वाद ही नहीं बढ़ाती बल्कि सेहत को दुरुस्त करने में भी ख़ास भूमिका निभाती है. केवल इमली ही नहीं, इसके बीज, फूल और पत्ते भी शरीर के लिए बेहद फायदेमंद हैं.इमली में विटामिन-सी, विटामिन-ए, फास्फोरस, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन और फाइबर जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं. जानें इसके फायदों के बारे में.
खून की कमी दूर करती
खून की कमी को पूरा करने के लिए इमली का सेवन किया जा सकता है. इसमें काफी मात्रा में आयरन पाया जाता है जो हीमोग्लोबिन को बढ़ाकर शरीर में खून की कमी दूर करता है.
वजन कम करती
इमली का सेवन वजन कम करने में भी सहायक है. इमली में हाईड्रॉक्सील एसिड पाया जाता है जो शरीर के एक्स्ट्रा फैट को बर्न करके एंजाइम को बढ़ाता है जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है.
टॉन्सिल से राहत देती
टॉन्सिल की दिक्कत को कम करने के लिए इमली के पानी से गरारे किये जा सकते हैं. इमली में हीलिंग का गुण पाया जाता है जो गले की इन्फ्लेमेशन को कम करता है जिससे टॉन्सिल ठीक होने में मदद मिलती है.
पीलिया को दूर करने में मदद करती
पीलिया की परेशानी को दूर करने के लिए इमली के पानी का सेवन किया जा सकता है. इसमें लिवर की कोशिकाओं को सही रखने के गुण होते हैं जो पीलिया को ठीक करने में मदद करते हैं.
साइनस को कम करने में मददगार
साइनस के शुरूआती दौर में अगर इमली के पत्तों के जूस का सेवन किया जाये, तो इससे साइनस की दिक्कत को कम करने में मदद मिलती है.
पाइल्स की दिक्कत कम करें
इमली के फूल पाईल्स की दिक्कत को दूर करने में मदद करते हैं. इसके लिए इमली के फूल के 5-10 मिली रस को दिन में दो-तीन बार पिया जा सकता है.
फोड़े-फुंसी ठीक करें
फोड़े-फुंसी को ठीक करने के लिए इमली के बीज का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके लिए इमली के बीज को नींबू के रस में पीसकर प्रभावित जगह पर लगाने से दिक्कत कम होती है.
पेट सम्बन्धी दिक्कत कम करें
पेट की जलन और पित्त सम्बन्धी दिक्कतों को दूर करने के लिए इमली के कोमल पत्तों और फूलों की सब्जी बनाकर इसका सेवन किया जा सकता है. इससे इन दिक्कतों में आराम मिलता है.इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं .