सरकार ने गुरुवार को संसद को बताया कि वर्ष 2020 में देशभर में कुल 3,66,138 सड़क हादसे हुए, जिनमें 1,31,714 लोगों की मौत हो गई। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में लिखित जवाब में कहा कि वर्ष 2019 के दौरान सड़क हादसों में 1,51,113 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 4,49,002 हादसे हुए थे। इनमें 1,37,191 हादसे नेशनल हाईवे (एनएच) व एक्सप्रेसवे पर हुए।
उन्होंने कहा कि 3,400 किलोमीटर एनएच को छह लेन वाला बना दिया गया है, जबकि 6,250 किमी पर काम चल रहा है। 1,870 किमी लंबे एनएचN को चार से छह लेने करने का काम जारी है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एनएचएआइ ने एनएच के किनारे 39 स्थानों पर व्हीकल चार्जिग स्टेशन की सुविधा प्रदान कर दी है, जबकि 103 साइट के लिए प्रक्रिया जारी है। एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहनों के संचालन संबंधी एक अन्य सवाल पर मंत्री ने कहा कि तेज रफ्तार मार्ग पर सुरक्षा की दृष्टि से इसकी इजाजत नहीं है।
एक अलग सवाल के जवाब में गडकरी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (आइएनवीआइटी) मोड के तहत 7,350 करोड़ रुपये के रियायत मूल्य व 495 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय के साथ 390 किमी एनएच का मुद्रीकरण किया है। इसके अतिरिक्त 450 किमी लंबे हाईवे के लिए टोल आपरेट ट्रांसफर (टीओटी) मोड के तहत निविदा जारी की गई है। 86 और सड़कों को चिन्हित किया गया है, जिनकी कुल लंबाई 4,912 किमी है।
गडकरी ने कहा कि एनएचएआइ ने वर्ष 2022-23, 2023-24 व 2024-25 में मुद्रीकरण के लिए क्रमश: 5,500 किमी, 7,300 किमी व 8,900 किमी एनएच को चिन्हित किया है। महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय संपत्ति मुद्रीकरण योजना के तहत वित्त वर्ष 2025 तक 1.60 लाख करोड़ रुपये का मुद्रीकरण किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि वर्ष 2019 में मोटर वाहन (संशोधन) कानून लागू होने के बाद 23 महीनों में 7.67 करोड़ चालान जारी किए जा चुके हैं। ट्रैफिक चालान में 291 फीसद की वृद्धि हुई है।