प्रदेश में वर्ष 2023 में 14 और नए मेडिकल कालेज बनकर तैयार हो जाएंगे। इन मेडिकल कालेजों के शिलान्यास कार्य में तेजी के निर्देश दिए गए हैं। ताकि इनका निर्माण समय पर पूरा किया जा सके। हर जिले में एक मेडिकल कालेज खोलने के लक्षय की ओर योगी सरकार तेजी से बढ़ रही है। बीते पांच वर्षों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बूस्टर डोज दी गई, ताकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आगे इसे और बेहतर बनाने के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं
जिल 14 जिलों में मेडिकल कालेज खुलेंगे उसमें सुल्तानपुर, सोनभद्र, चंदौली, बुलंदशहर, पीलीभीत, औरैया, बिजनौर, कानपुर देहात, कुशीनगर, गोंडा, कौशांबी, ललितपुर, लखीमपुर खीरी व अमेठी शामिल हैं। इन जिलों में अगले वर्ष तक मेडिकल कालेजों का संचालन शुरू हो जाएगा। प्रत्येक में एमबीबीएस की सौ-सौ सीटें होंगी। इसके साथ-साथ पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर 16 जिलों में मेडिकल कालेज खोलने के लिए प्रस्ताव मांगे गए हैं। संभल व महराजगंज में निजी भागीदारों को मेडिकल कालेज खोलने के लिए हरी झंडी दे दी गई है। उधर कोरोना की जांच के लिए हर जिले में लैब खोली गई हैं और आगे हेल्थ एटीएम जैसी सुविधाएं भी लोगों को दी जाएंगी।
कोरोना प्रबंधन में यूपी ने पेश की नजीरः सर्वाधिक आबादी वाले राज्य यूपी ने कोरोना प्रबंधन में दूसरे राज्यों के लिए नजीर पेश की। अब तक 10.82 करोड़ लोगों के कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। वहीं कोरोना से बचाव के लिए 30 करोड़ से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं। कोरोना जांच व टीकाकरण दोनों में यूपी अव्वल है।